रोहतास जिले में कोरोनावायरस से जीतने वालों की संख्या बढ़ना शुरू हो गया है. आज दूसरे दिन जिले के जमुहार स्थित नारायण मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में कोरोना संक्रमण को मात देनेवाले 10 और मरीज को स्वस्थ होने के बाद आईशोलेशन सेंटर से डिस्चार्ज कर दिया गया. कोरोना की दूसरी एवं तीसरी सैंपल जांच में इन 10 मरीजों की रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया है. लगातार निगेटिव रिपोर्ट आने के बाद चेस्ट की एक्सरे कराई गयी उसके बाद गाइडलाइन के अनुसार इन 10 मरीजों को डिस्चार्ज कर दिया गया. ठीक हुए मरीजों ने एनएमसीएच जमुहार के डॉक्टरों व संस्था के लोगों को धन्यवाद व दुआएं दिए. मंगलवार को ठीक हुए मरीजों में सासाराम के 5, कोचस के 4 और एक अगरेर के निवासी है.
चिकित्सा अधीक्षक डॉ प्रभात कुमार ने बताया कि उन 10 मरीजों के अलावा एक वैसे मरीज को भी छुट्टी दे दी गई जिनका रिपोर्ट प्रारंभ में संदिग्ध आया था लेकिन बाद में 2 सैंपल निगेटिव आने के बाद उन्हें भी अस्पताल से छुट्टी दे दी. बता दें कि इससे पहले सोमवार देर शाम से नारायण मेडिकल कॉलेज व अस्पताल से 6 कोरोना संक्रमित मरीज को ठीक होने के बाद डिस्चार्ज किया गया था. इस तरह से जुमहार स्थित नारायण मेडिकल कॉलेज व अस्पताल से कुल 16 कोरोना संक्रमित मरीजों ने कोरोना वायरस से जंग जीता.
एनएमसीएच जमुहार के डॉक्टर, संस्थान के सचिव गोविंद नारायण सिंह, प्रबंध निदेशक त्रिविक्रम नारायण सिंह, महाप्रबंधक उपेंद्र कुमार सिंह, चिकित्सा महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ एसएन सिन्हा, प्रभारी नर्सिंग अधीक्षक शशांक कुमार समेत स्वास्थ्य कर्मचारी ने तालियां बजाकर कोरोना को मात देने वाले लोगों को इस कोरोना काल के दौरान पूर्णरूप से स्वास्थ्य होने पर हौसला अफजाई करते हुए एम्बुलेंस के जरिए घर को रवाना किया गया. वहीं घर जाते हुए मरीज भी खुश दिखे. ठीक हुए मरीजों ने अस्पताल की व्यवस्थाओं की सराहना की. सभी ने एनएमसीएच जमुहार के डॉक्टरों, संस्था के लोगों के साथ ही अन्य स्टाफ को धन्यवाद व दुआएं देते कहा कि इनकी मेहनत की बदौलत ही नया जीवन मिला है. वहीं ठीक हुए मरीजों ने भी घर में रहते हुए लॉकडाउन नियमों का पालन करने और दूसरों को भी इसके लिए जागरूक करने की बात कही.
बता दें कि रोहतास जिले में सबसे पहले 22 अप्रैल को कोरोनावायरस संक्रमित मरीज मिला था. जिसके बाद एक झड़ी सी लग गई. 10 दिनों के अंदर ही यह संख्या 52 तक पहुंच गई जिसमें छोटे-छोटे बच्चे तथा महिलाएं भी शामिल हैं. वहीं नारायण मेडिकल कॉलेज में 44 मरीजों का इलाज चल रहा था. जिसमें से अबतक 16 मरीज स्वस्थ हो गए हैं तथा इन सभी 16 मरीजों को उनके उनके घर भेज दिया गया है. अब इस मेडिकल कॉलेज में 28 मरीज बच गए हैं जो इलाजरत हैं. वहीं 8 मरीजों को पहले ही पटना के नालंदा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल भेजा जा चुका है. जिसमें एक मरीज को कोरोना से मात देने के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया. जिले के इन कोरोना संक्रमित मरीजों के ठीक होकर डिस्चार्ज होने पर जिला प्रशासन भी राहत महसूस कर रहा है.
वहीं अस्पताल प्रबंधक द्वारा कोरोनावायरस पर विजय प्राप्त किए मरीजों को दवाएं, सेनेटाइजर, मास्क एवं घर पर रहने हेतु दिशा निर्देश संबंधित पत्रक भेंट किये.
संस्थान के सचिव गोविन्द नारायण सिंह ने कहा कि वैश्विक महामारी की भयावहता की चुनौती को स्वीकार करते हुए संस्थान के स्वास्थ्य कर्मियों की टीम की लगन और मेहनत रंग ला रही है. उन्होंने कहा कि कोरोना को मात देने वाले इन लोगो को अपने घर पर किस प्रकार से जीवन व्यतीत करना है, क्या क्या एहतियात बरतनी है, किस प्रकार का भोजन, दवा इत्यादि का उपयोग करना है ,यह सारी जानकारी डॉक्टर ने उक्त मरीजों को दी है.