शराबबंदी को लेकर चार दिन पूर्व पटना में सीएम नीतीश कुमार ने पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों के समक्ष कहा था कि शराब के मामले में निचले स्तर पर पुलिस को सब पता रहता है. सीएम का यह बयान रोहतास में चरितार्थ हुआ है. शराब के मामले में प्राथमिकी दर्ज कर अभियुक्त का नाम हटाने के लिए मोलभाव करने वाले धर्मपुरा ओपी के थानाध्यक्ष ददन राम को एसपी आशीष भारती ने मंगलवार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है.
बताया जाता है कि करीब दो माह पूर्व धर्मपुरा ओपी क्षेत्र में शराब जब्त व शराब धंधेबाज पर थाने में प्राथमिकी दर्ज हुई थी. दर्ज प्राथमिकी के बाद थानाध्यक्ष ददन राम शराब अभियुक्त का नाम केस से हटाने के लिए शराब कारोबारी से पैसे का डिमांड करने लगे. दो दिन पहले सब इंस्पेक्टर एवं शराब कारोबारी से बातचीत का ऑडियो वायरल हो गया. जिसके बाद एसपी ने एसडीपीओ सासाराम से मामले का जांच कराया. जांच रिपोर्ट के आधार पर एसपी ने एसआई ददन राम को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया.
एसपी आशीष भारती ने बताया कि सोशल मीडिया के माध्यम से एक ऑडियो प्राप्त हुआ था, जिसकी जांच अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सासाराम से कराई गई. जांच रिपोर्ट के आधार पर धर्मपुरा ओपी अध्यक्ष ददन राम को मद्य निषेध कांड में अभियुक्त को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से मोल भाव करने के आरोप में उनका आचरण संदिग्ध पाते हुए तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है तथा अग्रतर कार्यवाही हेतु उक्त ऑडियो को जांच कराने का निर्देश दिया गया है.
वहीं अकोढ़ीगोला थानाध्यक्ष प्रभात कुमार को लाइन हाजिर किया है. डेहरी नगर थाना में पदस्थापित सब इंस्पेक्टर रवि भूषण को अकोढ़ीगोला का नया थानाध्यक्ष बनाया गया है. बताया जाता है कि अकोढ़ीगोला थानाध्यक्ष द्वारा बैंक की शाखा पैसे चोरी के मामले में छात्रा को थाना बुला उसके साथ मारपीट की गई थी. पीड़ित छात्रा द्वारा एसपी से शिकायत की गई थी. एसपी ने बताया कि मामले की जांच डेहरी अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी से कराई गई थी. जिसमें छात्रा के साथ मारपीट के साक्ष्य नहीं मिले थे. बताया कि अकोढ़ीगोला थानाध्यक्ष प्रभात कुमार के यहां दो साल हो गए थे, इसलिए उनको हटाकर लाइन क्लोज किया गया है.