कोरोना वायरस महामारी चीन, इटली, ईरान, कोरिया, यूरोप समेत पुरी दुनिया में कहर बरपा रहा है. भारत में भी इसके संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहे हैं. भारतीय पुरातत्व विभाग के एहतियातन निर्देश को देखते हुए 31 मार्च तक मुंडेश्वरी धाम में दर्शन पर लगायी गयी रोक. साथ ही शेरशाह का मकबरा भी पर्यटकों के लिए बंद कर दिया गया है.
कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए आगामी 31 मार्च तक मुंडेश्वरी मंदिर में दर्शनार्थियों के प्रवेश पर रोक लगा दी गयी है. यह रोक पुरातत्व विभाग ने लगायी है. इधर, आगामी 25 मार्च से चैती नवरात्र शुरू हो रहा है. ऐसे में इस निर्णय के बाद चैती नवरात्र की सप्तमी तक मुंडेश्वरी मंदिर में दर्शनार्थियों का प्रवेश बंद रहेगा. आदेश अगर 31 मार्च के बाद आगे नहीं बढ़ाया जाता है, तो आगामी अष्टमी व दो अप्रैल नवमी को दर्शनार्थी मंदिर में पूजा-अर्चना कर सकेंगे. जानकारी के अनुसार, कोरोना को महामारी घोषित किये जाने के बाद इसे फैलने से रोकने के लिए पुरातत्व विभाग द्वारा देशभर के सभी पुरातत्विक धरोहरों में पर्यटक एवं दर्शनार्थियों के प्रवेश पर रोक लगाया गया है. इस निर्णय के बाद मंगलवार को पुरातत्व विभाग के कर्मी डीएम से मिल कर मुंडेश्वरी मंदिर में दर्शनार्थियों के प्रवेश पर रोक लगाने के निर्णय का पत्र दिया. इसके बाद डीएम ने भगवानपुर बीडीओ व सचिव को पत्र जारी कर आगामी 31 मार्च तक मुंडेश्वरी मंदिर में दर्शनार्थियों के प्रवेश पर रोक का निर्देश जारी किया है. हालांकि इस दौरान मंदिर के पुजारी नियमित रूप से पूर्व की तरह पूजा-अर्चना व आरती करते रहेंगे. कोरोना को फैलने से रोकने के लिए सार्वजनिक स्थलों पर होनेवाली भीड पर रोक लगायी गयी है. इसी को लेकर मंदिर में दर्शनार्थियों के प्रवेश को आगामी 31 मार्च तक रोका गया है. लेकिन, इस दौरान पूजा-अर्चना, आरती, साफ-सफाई का काम नियमित रूप से जारी रहेगा. मंदिर से जुड़े कर्मी व पुजारी उपस्थित रहेंगे.
वहीं कोरोना को ले एहतियातन भारतीय पुरातत्व विभाग द्वारा शेरशाह मकबरा में पर्यटकों के प्रवेश पर रोक लगा दिया गया है. सतर्कता को ले सासाराम शहर के बीच में स्थित शेरशाह सूरी मकबरा के मुख्य प्रवेश द्वार पर नोटिस लगाते हुए ताला बंद लगा दिया गया है. कोरोना वायरस से बचाव से संबंधित सतर्कता को ले मुख्य प्रवेश द्वारा पर होर्डिग भी लगाया गया है. पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के नीरज कुमार ने बताया कि विभागीय निर्देश के तहत पुरातत्व विभाग के अंतर्गत आने वाले सभी पर्यटक स्थलों को जन स्वास्थ्य सुरक्षा को ले अगले 31 मार्च तक बंद कर दिया गया है.