आरा-सासाराम रेल लाइन विद्युतीकरण का हुआ शिलान्यास, रेलमंत्री बोले डालमियानगर में पीओएच वर्कशॉप का काम शुरू

शिलान्यास करते रेल मंत्री पीयूष गोयल एवं अन्य

रेल मंत्री पीयूष गोयल ने रविवार को शाहाबाद इलाके को कई सौगात दी। आरा-सासाराम रेलखंड के विद्युतीकरण व चार फुट ओवरब्रिज सहित करोड़ों रुपये की विभिन्न योजनाओं का शिलान्यास किया। आरा पहुंचे रेल मंत्री ने हावड़ा-हरिद्वार कुंभ एक्सप्रेस के ठहराव की घोषणा की। उन्होंने कहा कि विद्युतीकरण होने से पटना और सासाराम के बीच ट्रेन की गति तेज होगी और यह पर्यावरण के लिए भी सुरक्षित रहेगा।

उन्होंने कहा कि, आरा को मॉडल स्टेशन बनाया जायेगा। रेलवे के विकास के लिए राशि की कमी नहीं होने दी जायेगी। महज चार साल में रेलवे के विकास के लिए 15 हजार करोड़ रुपये खर्च किये जा चुके हैं। सिर्फ बिहार में फिलहाल 40 से 50 हजार करोड़ का काम चल रहा है। डालमियानगर में छह सौ करोड़ की लागत से एक पीओएच वर्कशॉप का काम शुरू हो गया है।

कार्यक्रम को संबोधित करते रेलमंत्री पीयूष गोयल

साथ ही रेल मंत्री ने कहा कि रेलवे के विकास में युवाओं व छात्रों का अहम योगदान है। बिहार के नेताओं की मांग पर रेलवे की बहाली में उम्र की छूट व फी में कमी कर दी गयी है। उन्होंने पूरी पारदर्शिता के साथ बहाली प्रक्रिया पूरी करने का भरोसा भी दिया। कहा कि बिहार महात्मा गांधी की कर्मभूमि है, लेकिन बिहार का अब तक समुचित विकास नहीं हो पाया है। पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश व सीएम नीतीश कुमार की अगुआई में बिहार का अब तेजी से विकास हो रहा है। देश हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है।

कार्यक्रम के दौरान मौजूद भीड़

इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, केंद्रीय ऊर्जा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) राजकुमार सिंह, केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे, सांसद छेदी पासवान, विधायक प्रभुनाथ राम, पूर्व मध्य रेलवे के जीएम एलसी त्रिवेदी, डीआरएम रंजन प्रकाश ठाकुर सहित अन्य लोग थे।

आरा-सासाराम रेलखंड

वहीं रेल यात्री संघ, बिक्रमगंज के अध्यक्ष कृष्ण कुमार सिंह के नेतृत्व में एक शिष्टमंडल ने रेल मंत्री को आरा-सासाराम रेल खंड के बिक्रमगंज रेल स्टेशन की दुर्दशा पर ध्यान आकृष्ट कराया। उन्होंने कहा कि पं. दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन अंर्तगत यह रेल स्टेशन हाजीपुर रेलवे जोन में पड़ता है। आरा-सासाराम रेल खंड अंर्तगत यह स्टेशन सर्वाधिक राजस्व देने वाला है, फिर भी उपेक्षित है। इस स्टेशन को डी.श्रेणी का दर्जा, स्टेशन से बुकिंग काउंटर को अलग करने, प्लेटफॉर्म की ऊंचाई बढ़ाते हुए शेड का निर्माण, दिल्ली से कोलकाता तक सुपर फास्ट ट्रेन चलाने की मांग की गई।

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