शाहाबाद क्षेत्र के लिए खुशखबरी: सोन नहर प्रणाली के पक्कीकरण प्रोजेक्ट को एडीबी की मंजूरी

बिहार के शहाबाद क्षेत्र के करीब डेढ़ सौ वर्ष पुराने सोन नहरों का पक्कीकरण किया जाएगा. इसके लिए कार्य योजना को अंतिम रूप देने की कवायद तेज कर दी गई है. शाहाबाद क्षेत्र के सोन नहर प्रणाली के पक्‍कीकरण प्रोजेक्‍ट को एडीबी की मंजूरी मिल चुकी है. माना जा रहा है कि कृषि क्षेत्र में इस प्रोजेक्ट से क्रांतिकारी परिवर्तन आएगा. बता दें कि आर.के. सिंह ने बैठक में प्रोजेक्‍ट  की समीक्षा करते हुए कहा कि पहले चरण का टेंडर अक्‍तूबर के प्रथम सप्‍ताह तक निकाला जाएगा.

सोमवार को विधुतीय तथा नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) आर.के. सिंह ने दिल्‍ली में अपने कार्यालय में शहाबाद क्षेत्र के सोन नहर प्रणाली के पक्‍कीकरण प्रोजेक्‍ट की प्रगति की समीक्षा हेतु एशियाई विकास बैंक (एडीबी) के अधिकारियों एवं वित्त मंत्रालय के अधिकारियों के साथ बैठक की. बैठक में एडीबी के प्रतिनिधियों ने बताया कि एडीबी ने इस प्रोजेक्‍ट को मंजूरी दे दी है. आर.के. सिंह ने एडीबी के प्रतिनिधियों एवं वित्त मंत्रालय के अधिकारियों से कहा कि परियोजना के विभिन्‍न चरणों को संपन्‍न करने हेतु समय सीमा तय की जानी चाहिए. बैठक में तय हुआ कि वित्त आर्थिक कार्य विभाग 17 जुलाई, 2018 तक कंसलटेंट बहाल करने के लिए स्‍वीकृति दे देगा एवं एडीबी के कंसलटेंट जुलाई के अंत तक अपना काम शुरू कर देंगे.

आर.के. सिंह ने यह भी निर्देश दिए कि कंसलटेंट की बहाली के बाद की प्रक्रियाएं जैसे कि डिजाइन अध्‍ययन, हितधारकों से परामर्श, फिजिबिलिटी रिपोर्ट, निविदा प्रपत्र तैयार करने आदि की प्रक्रिया तेजी से संपादित की जाए तथा प्रथम चरण में मुख्‍य नहर तथा ब्रांच नहरों के लाइनिंगका टेंडर अक्‍तूबर के प्रथम सप्‍ताह तक निकाला जाए. बैठक में विचार-विमर्श के पश्‍चात उपस्थित एडीबी के प्रतिनिधियों एवं अन्‍य अधिकारियों ने मंत्री आर.के. सिंह को यह आश्‍वासन दिया कि समस्‍त औपचारिकताएं पूरी करके प्रथम चरण की निविदा अक्‍तूबर के प्रथम सप्‍ताह तक निकाल दी जाएगी.

अकोढ़ी सोन कैनाल

गौरतलब है कि 503 मिलियन डालर (3272.49 करोड़ रुपए) की संभावित लागत की परियोजना में एडीबी के प्रतिनिधियों ने बताया कि एडीबी ने इस प्रोजेक्‍ट को मंजूरी दे दी है. इस योजना के लागू हो जाने पर शाहाबाद क्षेत्र के अंतर्गत कृषि क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन दृष्टिगोचर होगा.

बता दें कि धान के कटोरा कहे जाने वाले शाहाबाद तथा मगध क्षेत्र में सोन नहर प्रणाली की स्थापना अंग्रेजों ने 1870 के दशक में की थी, इसके बाद सोन नहर सिंचित क्षेत्र लगातार बढ़ते गया. पानी की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित होने में हो रही कठिनाइयों को लेकर इसका पक्कीकरण की योजना तो काफी लम्बे समय से अधर में था, परन्तु आर.के. सिंह के सकारात्मक प्रयास से यह योजना अब धरातल पर उतरते के लिए तैयार हो रहा है, जो इस क्षेत्र के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.

इन्द्रपुरी बराज

जानिए एशियाई विकास बैंक(एडीबी) के बारे में: एशियाई विकास बैंक (एडीबी) एक क्षेत्रीय विकास बैंक है जिसकी स्थापना 19 दिसम्बर 1966 को एशियाई देशों के आर्थिक विकास के सुगमीकरण के लिए की गयी थी. यह बैंक यूऍन इकोनॉमिक कमीशन फॉर एशिया एंड फार ईस्ट और गैर क्षेत्रीय विकसित देशों के सदस्यों को सम्मिलित करता है. इस बैंक की स्थापना 31 सदस्यों के साथ हुई थी, अब एडीबी के पास अब 67 सदस्य हैं – जिसमे से 48 एशिया और पैसिफिक से हैं और 19 सदस्य बाहरी हैं. एडीबी का प्रारूप काफी हद तक विश्व बैंक के आधार पर बनाया गया था. बैंक का मुख्यालय 6 एडीबी एवेन्यू, मंडलूयोंग सिटी, मैट्रो मनीला, फिलिपिन्स में है और इसके प्रतिनिधि कार्यालय पूरे विश्व में हैं.

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