औरंगाबाद की बहू व यूपी कैडर की आईपीएस अधिकारी अर्पणा कुमार ने दक्षिणी ध्रुव पर नया कीर्तिमान रचा है. वे पहली महिला आईपीएस बनी हैं, जिन्होंने 111 मील की दुर्गम यात्रा कर यह सफलता हासिल की है.
30 से 35 किलोग्राम वजन लेकर बर्फ पर चढ़ते हुए उन्होंने दक्षिणी ध्रुव पर 13 जनवरी को देश व आईटीबीपी का झंडा सुबह पांच बजे ध्रुव पर फहराया. चार जनवरी को अंटार्कटिका के केन्द्रीय आधार शिविर से अर्पणा ने चढ़ाई शुरू की थी. जिसपर लगभग नौ दिनों में उन्हाेंने यह सफलता हासिल की.
माइनस 40 डिग्री तापमान में स्नो ट्रैकिंग व स्कीइंग सबसे बड़ी चुनौती थी. वह प्रतिदिन 20 से 25 किलोमीटर दूरी तय करती थी. उनके साथ अन्य 10 सदस्य भी थे. जिनमें दो विशेषज्ञ थे. अभियान खत्म कर उन्हें धरती पर पहुंचने में अभी चार से पांच दिन का समय लगेगा. लगभग 20 जनवरी तक वे भारत लौट सकती हैं.
दक्षिणी ध्रुव पर सफलता हासिल करने से पहले अर्पणा ने छह ऊंची चोटियाें पर फतह हासिल कर चुकी थी. इनमें माउंट किलीमजारो, तंजानियां, माउंट एलब्रस, रूस, माउंट एवरेस्ट, नेपाल, माउंट एकोनकागुआ, विनसन मैसिफ अंटार्कटिका सहित अन्य चोटी शामिल है. अब इनके नाम दक्षिणी ध्रुव पर भी चढ़ने की सफलता हासित हो गई. इनकी सफलता ने सिर्फ औरंगाबाद ही नहीं बल्कि पूरे देश का गौरव बढ़ाने का काम किया है.
आईपीएस अर्पणा का अगला लक्ष्य उत्तरी अमेरिका की अलास्का में माउंट डेनाली है. इस पर वे चढ़ाई के लिए इसी वर्ष जुलाई माह में अभियान शुरू करेंगी. 2002 बैच की आईपीएस अर्पणा यूपी कैडर से आती है. वह वर्तमान में देहरादून में आईटीबीपी की डीआईजी पद पर तैनात हैं. वहीं उनके पति संजय कुमार भी उसी बैच के आईएस अधिकारी हैं. वे वर्तमान समय में यूपी सरकार में नगर विकास सचिव के पद पर प्रतिनियुक्त हैं.
अर्पणा का हौंसला उनके पति भी हमेशा बढ़ाते रहते हैं. वे औरंगाबाद के श्रीकृष्ण नगर क्लब रोड के निवासी हैं. इनकी सफलता की खबर जैसे ही परिजनों को मिली सभी ने जश्न मनाया.