बिहार के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने रविवार को रोहतासगढ़ किला और शेरशाह के मकबरा का परिभ्रमण किए। बता दें कि सुबह से ही ग्रामीणों का रोहतासगढ़ किला परिसर में जुट़ने का तांता लगा रहा। ग्रामीण महामहिम की एक झलक के लिए इंतजार कर रहे थे। तभी हेलीकॉप्टर की आवाज से ग्रामीणों की नजर ऊपर उठा और देखते ही देखते महामहिम का हेलीकॉप्टर रोहतास गढ़किला परिसर में उतरा। जिसके बाद उन्हें प्रशासन की तरफ से गॉड ऑफ ऑनर दी गई।
डॉक्टर श्यामसुंदर तिवारी ने किले के ऊपर लिखी हुई बुक देकर उन्हें सम्मानित किया। महामहिम सत्यपाल मलिक ने कहा कि प्रकृति के गोद में बसा यह रोहतासगढ़ किला अद्भुत एवं भव्य है। उन्होंने कहा कि, कई बार इस किले का गुणगान लोगों से सुनने को मिला था। रोहतागढ़ किला देखने की लालसा कब से हमारे मन में प्रबल हो रही थी। जो आज पूरा हुई। उन्होंने कहा कि इसकी सुंदरता की जितना भी वर्णन कीजिए वह अपने आप में कम है परन्तु इस ऐतिहासिक किले की स्थिति दयनीय है। किले की मरम्मत को लेकर पहल करेंगे।
इस दौरान राज्यपाल ने पूरे किले का भ्रमण किया। उनके साथ पुरातत्वविद डॉक्टर श्यामसुंदर तिवारी एवं अकबरपुर पूर्व मुखिया शौकत अली नेयाजी ने किले का इतिहास भूगोल नागरिक की विस्तृत जानकारी राज्यपाल को दी। जिसे राज्यपाल ने बहुत गौर से सुना समझा।
जिले के तूफानी दौरे पर पहुंचे राज्यपाल तीसरे पहर सासाराम पहुंचे और सीधे शेरशाह के मकबरा में पहुंचे। पहले से वहां मौजूद रोहतास डीएम पंकज दीक्षित और पटना से आए पुरातत्त्व विभाग के अधिकारियों के साथ मकबरा का कोना कोना देखे। राज्यपाल ने अधिकारियों के साथ बैठक कर राज्य में पर्यटन की संभावनाओं को लेकर पटना में हाल की एक बैठक के निर्णय का हवाला देते हुए तत्काल उस दिशा में कार्रवाई करने को कहा। साथ ही राज्यपाल ने वहां मौजूद अधिकारी से शेरशाह मकबरा में प्रकाश, सफाई, और पहुंच पथ पर हुए अतिक्रमण को हटाने की बात कही। उन्होंने यहां के लोगों को भी ऐसे धरोहारों के संरक्षण की दिशा में सकारात्मक सोच रखने की अपील की।