सासाराम में रेलवे के निजीकरण के खिलाफ सड़क पर उतरे छात्र

सासाराम :- रेलवे के निजीकरण के खिलाफ शुक्रवार को बिना किसी संगठन के बैनर के ही बड़ी संख्या में छात्र सड़क पर उतर गए। लगभग तीन हजार की संख्या में सड़क पर उतरे छात्रों ने पहले पोस्ट ऑफिस चौक और धर्मशाला चौक को जाम किया। उसके बाद रेलवे स्टेशन पहुंचकर रेलवे ट्रैक को भी जाम कर दिए। केंद्र सरकार रेलवे का निजीकरण बंद करो नारे के तहत निजीकरण के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने वाले छात्रों ने जमकर केंद्र सरकार के खिलाफ नारे लगाए।

जिला पुलिस ने तो छात्रों को समझाकर सड़क से हटा दिया, लेकिन रेलवे ट्रैक पर छात्रों को हटाने के दौरान रेल पुलिस व छात्रों के बीच झड़प हो गई। उसके बाद छात्रों ने पुलिस दल पर पथराव किया। प्लेटफॉर्म की दुकानो में तोड़फोड़ का भी प्रयास किया। छात्रों के उग्र रूप को देखकर रेलवे प्लेटफॉर्म के सभी दुकानदार अपनी दुकानें बंद करके भाग गए।

रेलवे स्टेशन पर छात्रों को समझाने के लिए पहुंचे एसडीओ राजकुमार गुप्ता व एएसपी हृदयकांत को भी पीछे हटना पड़ा। छात्रों के उग्र तेवर को देखकर आरपीएफ, जीआरपी, नगर थाना, मुफस्सिल थाना व अगरेर थाना को भी स्टेशन पर बुलाया गया। इसके अलावा पुलिस लाइन से भी फोर्स मंगाया गया। पहले से स्टेशन पर अप लाइन में प्लेटफॉर्म एक पर खड़ी मालगाड़ी के अलावा रेल प्रशासन ने सभी ट्रेनों को सासाराम स्टेशन के आउटर पर ही रोक दिया था। अप की ट्रेनों को करवंदिया में खड़ा किया गया था। जबकि डाउन की ट्रेनों को शिवसागर और कुम्हऊ में रोका गया था।

एसडीओ व एएसपी ने छात्रों से वार्ता की। उनकी मांग व पीड़ा को केंद्र सरकार तक पहुंचाने के लिए वादा किया। हालांकि इस दौरान कई बार पुलिस से नोक-झोंक भी हुई। छात्रों के उग्र प्रदर्शन को देखकर स्टेशन से यात्री भी भाग गए थे। स्टेशन पर अफरा-तफरी का माहौल रहा। रेलवे के अधिकारी भी अपनी कार्यालयों तक सिमटे रहे। एएसपी ने बताया कि छात्र अपनी मांग को सरकार तक पहुंचाने की बात कह रहे थे। उनके मांग पत्र स्वीकार करके उसे सरकार तक भेजने का आश्वासन देने पर छात्रों व युवाओं ने रोड व रेलवे ट्रैक को खाली किया।

साभार -हिंदुस्तान

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