सासाराम में 17 केंद्रों पर होगी BSSC की प्रारंभिक परीक्षा, 31734 परीक्षार्थी होंगे शामिल, केंद्रों के आसपास रहेगी धारा 144 लागू

बिहार कर्मचारी चयन आयोग पटना के द्वारा तृतीय स्नातक स्तरीय संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा 23 एवं 24 दिसंबर को आयोजित किया जाएगा. यह परीक्षा कुल तीन चरण में लिये जाएंगे. 23 दिसंबर को प्रथम पाली पूर्वाहन 10 बजे से अपराहन 12.15 बजे तक एवं अपराहन दो बजे से शाम 4.15 बजे तक और 24 दिसंबर को पूर्वाहन 10 बजे से अपराहन 12.15 तक आयोजित की जाएगी.

इसे लेकर रोहतास जिला मुख्यालय सासाराम में 17 परीक्षा केंद्र बनाया गया है. दो दिन होने वाली परीक्षा में 31734 परीक्षार्थी शामिल होंगे. जिस स्कूल व कॉलेज में परीक्षा केंद्र बनाया गया है, उसमें एबीआर फाउंडेशन स्कूल, बाल विकास विद्यालय, बुद्धा मिशन स्कूल, डीएवी पब्लिक स्कूल, जीएस रेसिडेंसियल स्कूल, रमा जैन बालिका उमावि, रोहतास महिला कॉलेज, एसपी जैन कॉलेज, स्काटिश सेंट्रल स्कूल, संत अन्ना उच्च विद्यालय, शेरशाह कॉलेज, शेरशाह इंटर स्तरीय विद्यालय, श्रीशंकर कॉलेज, श्रीशंकर इंटरस्तरीय विद्यालय, संत पॉल स्कूल, उच्च माध्यमिक विद्यालय व ईश्वरचंद विद्यालय एकेडमी शामिल है.

वैसे अभ्यर्थी जिनकी परीक्षा सासाराम के इन केंद्रों पर है, वो समय से पहले परीक्षा केंद्र पर पहुंच जाएं. इन परीक्षा केंद्रों पर जाने के लिए सासाराम रेलवे स्टेशन से आसानी से ऑटो मिल जाएगा. शहर में जाम की स्थिति को देखते हुए अभ्यर्थी समय से एक घंटा पूर्व परीक्षा केंद्र पहुंचने की कोशिश करें. परीक्षा को लेकर जिलाधिकारी धर्मेंद्र कुमार ने निर्देश दिया है कि परीक्षा केंद्र के आसपास जितने भी साइबर कैफे, फोटो कॉपी की दुकानें, इत्यादि परीक्षा अवधि में पूरी तरह बंद रहेंगे. इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स पर पूरी तरीके से पाबंदी रहेगी. परीक्षा केंद्रों को रेड जोन में रखा गया है.

परीक्षा केंद्रों पर पेयजल की व्यवस्था, महिला एवं पुरुष शौचालय, बिजली आपूर्ति, जनरेटर, पब्लिक ऐड्रेस सिस्टम, सभी परीक्षा कमरों में पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था सुनिश्चित कराएं. उन्होंने सभी केंद्र अधीक्षक को सख्त निर्देश दिया है कि परीक्षा केंद्रों में प्रत्येक अभ्यार्थियों को फ्रिस्किंग (चेकिंग) गुणवत्तापूर्ण हो. डीएम ने कहा कि किसी भी परिस्थिति में परीक्षा प्रारंभ होने के बाद किसी अभ्यर्थी को परीक्षा हॉल में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी. यदि कोई अभ्यर्थी दोषपूर्ण प्रवेश पत्र प्रस्तुत करता है या कोई संदेह उत्पन्न होता है कि प्रवेश पत्र से छेड़छाड़ की गई, तो इसकी फोटो प्रिंट के साथ प्रवेश पत्र की परीक्षा केन्द्र प्रति के साथ सावधानीपूर्वक तुलना करनी है और मामले को केन्द्र प्रेक्षक को सूचित करना है.

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