देव में नहीं लगेगा छठ मेला, तालाब पर जाने के लिए दिखाना होगा टीकाकरण सर्टिफिकेट, परिवार के 2 से 3 सदस्यों को लाने की होगी अनुमति

औरंगाबाद के देव में इस बार लोकआस्था का महापर्व कार्तिक छठ व्रत और महोत्सव का आयोजन नहीं किया जाएगा. देव में कार्तिक छठ के आयोजन को लेकर सोमवार को डीएम सौरभ जोरवाल के अध्यक्षता में द्वितीय बैठक हुई. बैठक में बताया गया कि कोविड-19 के कारण देव में कार्तिक छठ महोत्सव का आयोजन नहीं किया जाएगा. साथ ही देव में छठ पूजा से संबंधित आयोजित किए जाने वाले किसी भी प्रकार के कार्यक्रम, उद्घाटन समारोह, सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं मनोरंजन से संबंधित अन्य कार्यक्रम का आयोजन भी नहीं होगा.

डीएम ने कहा कि देव छठ पूजा में किसी भी श्रद्धालु को बिना टीकाकरण सर्टिफिकेट एंट्री नहीं दी जाएगी. साथ ही साथ छठ पूजा के लिए प्रत्येक श्रद्धालु के साथ परिवार के अधिकतम 2 से 3 सदस्यों को ही अनुमति रहेगी. किसी भी प्रकार के वाहन की एंट्री मंदिर एवं तालाब क्षेत्र में वर्जित होगी. बाहर से आने वाले यात्रियों को एनएच दो पर देव जाने वाले प्रवेश द्वार एवं देव प्रखंड के अन्य मार्गों से आने वाले यात्रियों को एंट्री प्वाइंट पर बैरिकेडिंग के माध्यम से रोका जाएगा. एनएच दो के विभिन्न स्थलों पर दंडाधिकारी एवं पर्याप्त पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति होगी. जो बिना टीकाकरण के आए आगंतुकों को वापस भेज देंगे. छठ पूजा के दौरान केवल सूर्य मंदिर एवं सूर्य कुंड ही खुला रहेगा.

छठ पूजा सादगीपूर्वक मनाने के उद्देश्य से किसी भी प्रकार की सजावट आदि की व्यवस्था नहीं की जाएगी. जगह-जगह पर श्रद्धालुओं को टेंट, बांस, बल्ला, तंबू आदि लगाने की अनुमति नहीं दी जाएगी. मंदिर, तालाब एवं प्रखंड कार्यालय के इर्द-गिर्द मकान मालिकों द्वारा बाहर से आए श्रद्धालुओं को बिना टीकाकरण सर्टिफिकेट देखे आवास मुहैया नहीं कराई जाएगी. यदि बिना टीकाकरण सर्टिफिकेट के आवास मुहैया कराया जाता है तो उनके विरुद्ध सुसंगत धाराओं के तहत कार्रवाई की जाएगी. इसके लिए मकान मालिक स्वयं जवाबदेह होंगे.

डीएम ने बताया कि हाल के दिनों में विश्व के कई देशों चीन, ब्रिटेन, रूस इत्यादि में कोविड का प्रकोप बढ़ता जा रहा है. कई देशों में लॉकडाउन, स्कूलों की बंदी, एयरपोर्ट का परिचालन आदि बंद करने का निर्णय लिया गया है. देव छठ मेला में देश के विभिन्न कोनों से लगभग 15 से 20 लाख श्रद्धालु हर वर्ष आते हैं. जिसके कारण यह निर्णय लिया गया है. उन्होंने कहा कि औरंगाबाद जिले के अगल-बगल के जिलाधिकारियों एवं सीमावर्ती राज्यों के जिलाधिकारियों को भी देव प्रखंड में कार्तिक छठ पूजा का आयोजन सादगी से कोविड प्रोटोकॉल के तहत मनाने की सूचना दी जाएगी.

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