बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के मद्देनजर चुनावी सभाओं का दौर जारी है. सभी पार्टियों के स्टार प्रचारक जनता को लुभाने के लिए लगातार जनसभा संबोधित कर रहे हैं. इसी क्रम में सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शनिवार को रोहतास जिले के तीन विधानसभाओं में चुनावी नोखा विधानसभा के राजपुर, करगहर एवं दिनारा में चुनावी जनसभाओं को संबोधित किये. इस दौरान उन्होंने नोखा से एनडीए के जदयू प्रत्याशी नागेन्द्र चंद्रवंशी, करगहर से एनडीए के जदयू प्रत्याशी वशिष्ट सिंह, दिनारा से एनडीए के जदयू प्रत्याशी जयकुमार सिंह के लिए जनता से वोट मांगा. सीएम के साथ जेडीयू के कार्यकारी अध्यक्ष अशोक कुमार चौधरी सहित कई एनडीए के कई नेता मौजूद रहे.
सीएम नीतीश कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि पिछले 15 साल तक जो पति-पत्नी की सरकार थी. उसमें कोई काम नहीं हुआ था. तभी आपने मुझे काम करने का मौका दिया. उन्होंने कहा कि पहले कितने सामूहिक नरसंहार हो रहे थे. अपराध की कितनी घटनाएं घट रही थी. विकास का कोई मतलब नहीं था. उन्होंने कहा कि कुछ लोग कह रहे थे कि बिहार मे प्रवासी आ गए हैं. मैं बताना चाहता हूं कि जो एक राज्य से दूसरे राज्य में काम करते हैं, उन्हें प्रवासी नहीं कहते हैं. जो दूसरे देश में काम कर रहा हो उसे प्रवासी का दर्जा दिया गया है. सीएम ने कहा कि बिहार के लोगों को बाहर काम करने की इच्छा और जरूरत होती है, वे बाहर जाकर काम करते हैं. लेकिन हम लोगों ने जो बिहार के विकास का काम कर रहे हैं, इसकी उनलोगों को जानकारी नहीं है. सीएम ने कहा कि मुझे पंजाब के गवर्नर ने कहा कि अब पंजाब में बिहार से लोग बहुत कम लोग आ रहे हैं. ये आपने क्या कर दिया? उन्होंने आगे कहा कि मैंने भूटान का भी दौरा किया. वहां के लोगों ने मुझसे कहा कि पहले हमारे यहां बिहार के लोग थे, तो काम हो जाता था. लेकिन अब कोई बिहार से नहीं आ रहा है. जिससे बहुत काम रुका है.
सीएम ने कहा कि जो हमारे काम पर सवाल उठाते हैं, वो भूल जाते हैं कि पहले बिहार में व्यवसायियों का क्या हाल होता था. पहले व्यवसायी और डॉक्टर प्रदेश छोड़कर चले जाते थे. सीएम नीतीश ने कहा कि सबसे ज्यादा अत्याचार डॉक्टरों पर हुआ है. पैसों के कारण डॉक्टर को बंदी बना लिया जाता था. जिस कारण डॉक्टर बिहार से भागना शुरू कर दिए. बिहार के सीएम ने कहा कि आज के इस नई पीढ़ी के बताइए कि जो भी व्यवसायी और डॉक्टर बिहार छोड़कर नहीं भागे थे, उन्हें हमने पटना के कृष्ण मेमोरियल हॉल में बुलाकर सम्मानित किया. वे गवाह हैं उस दौर का जब उनपर जुल्म होता था.
उन्होंने कहा कि हमने 2005 में जब काम किया तो लोगों को हमारा काम पसंद आया. तब हमें फिर से काम करने का मौका मिला. हमने 2010 में भी उम्दा काम किया. लोग कितने खुश थे. लोगों ने फिर विश्वास जताते हुए एक बार और काम करने का मौका दिया. सीएम ने कहा कि आपने जब भी मुझे काम करने का मौका दिया है, मैंने जीतोड़ काम किया. लेकिन कुछ लोगों को हमारे काम से परेशानी होने लगी. हमारे मन में कोई और बात नहीं है. सेवा करना ही हमारा परम धर्म है. सीएम ने कहा कि हमने शुरुआती दौर से कहा है कि हम न्याय के साथ विकास का काम करेंगे. हमने ये कर के दिखाया भी है. हमने हर इलाके का विकास किया है. किसी भी इलाके में उपेक्षा नहीं हुई है और जो हाशिए पर है, उसके उत्थान के लिए भी काम किया.
बागी नेताओं पर निशाना साधते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि हमने तो ऐसे लोगों को बहुत तरह की इज्जत दी. अपने आप को बड़ा-बड़ा नेता मानते हैं. हमने मंत्री तक बनाकर रखा. फिर जहां मन किया वहां चले गए. इसके चक्कर में मत पड़िएगा. केन्द्र की सरकार और राज्य की सरकार विकास का काम कर रही है. 7 सितंबर को हमने वर्चुअल रैली में विकास का काम को बताने लगे तो समय कम पड़ गया. कोरोना में हम लोगों ने बहुत काम किया. लोगों को तो मौका मिला था. पहले तो पंचायत का चुनाव तक नहीं कराते थे. 2000 में जब पंचायत का चुनाव हुआ तो महिलाओं को कहां आरक्षण मिला था. अतिपिछड़े वर्ग, दलित और महादलित को मौका तक नहीं मिला था. हमारी सरकार बनी तो हमने आरक्षण लागू किया. पंचायतों में 50 फीसदी का आरक्षण देने का काम किया. पहले न के बराबर महिलाएं जनप्रतिनिधि होती थी, लेकिन अब दृश्य बदल गया. लड़कियां पढ़ नहीं पाती थी. पोशाक और साइकिल योजना चलाकर स्कूलों में लड़कियों को पहुंचाया गया. आज लड़कियों की संख्या मैट्रिक में लड़कों से ज्यादा हो गया. बाद में हमने लड़कों के लिए साइकिल योजना की शुरूआत की.
उन्होंने कहा कि इलाकों का आकलन और अध्ययन करने के बाद वहां के विकास के लिए काम करते हैं. विश्व बैंक से कर्ज लेकर जीविका समूह बनाने का काम किया. 10 लाख जीविका समूह का लक्ष्य रखा. 1 करोड़ से ज्यादा महिलाएं इससे जुड़ गयी है. पूरा का पूरा वातावरण बदल गया है. हर घर नल का जल का काम 84 प्रतिशत पूरा हो गया. गांव-गांव तक पक्की सड़क पहुंचाने का काम किया जा रहा है. शहरों और बाजरों में जाने के लिए बाइपास बनाया जाएगा. 8-10 पंचायत पर पशु चिकित्सालय बनाया जाएगा. हर गांव में नयी टेक्नोलॉजी पहुंचाने का काम किया जाएगा. पशुओं का दवा मुफ्त में दिया जाएगा. केन्द्र की ओर से जारी अपराध के आंकड़ों में बिहार 23वें स्थान पर है. पहले क्या स्थिति थी. पहले जो अपराध होता था. पकड़ को किसी को रख लेते थे फिर पैसा लेकर छोड़ते थे. जान लीजिए थोड़ी सी गलती हुई तो फिर से 15 साल पिछले वाला बिहार बन जाएगा. एक अंदर हैं और लोग अंदर जाएंगे. जिसका वोट लिया है उसका भी कल्याण नहीं किया. क्या-क्या नहीं मेरे खिलाफ बोला जा रहा है. लेकिन इन सब बातों से मेरे ऊपर कोई फर्क नहीं पड़ता है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में पर्यावरण के क्षेत्र में इतना काम किया उसकी चर्चा यूएन में हुआ. 24 सितंबर को हमें यूएन की सभा में आमंत्रित किया गया. जो काम हम कहते हैं वो करते हैं. प्रजनन दर कम करने की दिशा में काम किया जा रहा है. यूरेका की भावना आयी तो हमने सोचा कि अगर बच्चियों को 12वीं तक पढ़ा दिया जाए तो प्रजनन दर कम हो जाएगा. गरीब सवर्णों के लिए जब आरक्षण केन्द्र ने लागू किया तो बिहार में जल्दी से पास करा दिया गया. पिछड़ा, अति पिछड़ा, दलित, महादलित वर्ग के विकास के लिए काम किया गया. समाज के हर वर्ग के विकास के लिए काम किया गया.
युवाओं के लिए स्वयं सहायात भत्ता दी जा रही है. कुशल युवा कार्यक्रम चलाया गया. महिलाओं को सरकारी सेवाओं में 35 प्रतिशत का आरक्षण दिया गया. पुलिस बल में महिलाओं की संख्या देश के अन्य राज्यों से ज्यादा है. युवाओं को नई टेक्नोलॉजी की शिक्षा दी जाएगी. महिलाओं के लिए आगे और काम किया जाएगा. अब इंटर पास करने पर 25 हजार और ग्रेजुएट होने पर 50 हजार रूपया दिया जाएगा. हर खेत तक सिंचाई का पानी पहुंचाने का काम किया जाएगा. गांव में जितना काम हुआ है उसकी देखभाल करने का काम किया जाएगा. हर गांव में सोलर स्ट्रीट लाइट लगायी जाएगी.
8-10 पंचायत पर पशु अस्पताल खोला जाएगा. पशुओं की दवा मुफ्त दी जाएगी. नवंबर तक गरीबों को केन्द्र सरकार मुफ्त में अनाज दिया जा रहा है. कोरोना काल में राज्य सरकार की ओर से 10 हजार करोड़ खर्चा किया गया. 50 हजार करोड़ की योजना केन्द्र सरकार की मदद मिल रही है. कुछ लोग समाज में झंझटक खड़ा कर वोट लेना चाहते हैं. भागलपुर दंगा का जिक्र करते हुए सीएम ने कहा का आयोग गठित कर गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ ट्रायल शुरू किया गया. उन्हें सजा दी गयी. पीड़ित परिवार को पेंशन दिया जा रहा है.