तीन साल बाद शुक्रवार को जिलास्तरीय समन्वय व अनुश्रवण समिति की सासाराम समाहारलय स्थित डीआरडीए सभागार भवन में बैठक हुई. बैठक केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी चौबे की अध्यक्षता में हुई. इस दौरान मंत्री ने करीब 42 योजनाओं की प्रगति की समीक्षा किया. समीक्षा के दौरान कई विकास कार्यों में उदासीनता पर मंत्री ने संबंधित अधिकारियों को सक्रिय होकर काम करने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि यह बैठक करीब तीन साल पर हो रही है. पिछली बैठक आठ जून 2018 में हुई थी. इतने लम्बे समय से बैठक नहीं होने के कई कारण भी है. लेकिन, इस बैठक को प्रत्येक तीन माह पर करना सुनिश्चित करेंगें. ताकि, ससमय जिले में विकास के कार्य हो सके. इसके लिए संबंधित सभी विभाग के अधिकारी को सक्रिय रहने होंगें.
बैठक में शौचालय निर्माण से लेकर नल-जल योजना को ले कई सदस्यों ने गंभीर सवाल उठाए. पूरे जिले में नल-जल योजना में चल रही गड़बड़ी से लेकर शौचालय निर्माण के बाद भी पंचायतों में अभी तक पूर्ण रूप से जियो टैंगिग नहीं होने का सवाल भी सदन में कई सदस्यों ने उठाया. अनुश्रवण समिति की सदस्य व सदर प्रमुख रामकुमार देवी ने प्रखंड में संचालित कुल 37 स्वास्थ्य उपकेंद्रों में से 20 से अधिक स्वास्थ्य उपकेंद्र में सरकारी भवन नहीं होने का गंभीर मुद्दा उठाया. प्रमुख ने बताया कि कई केंद्र पंचायत भवन में चल रहे हैं. गंसाडीह, रामपुर, अमरी, महद्दीगंज, करवंदिया, नहौना, मुरादाबाद, समरडीहां, मोकर, उचितपुर अकाशी, धौडाढ़, धनकाढ़ा, करुप समेत कई अन्य पंचायतों में सरकारी जमीन उपलब्ध होने के बावजूद वहां भवन नहीं बनाए जाने के चलते केंद्र निजी भवन में चल रहा है.
समिति के अध्यक्ष सह केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने इस मामले पर संज्ञान लिया और इस दिशा में उचित कार्रवाई करने का आश्वासन भी दिया. बैठक में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत जिला में हुए कार्य की प्रशंसा की गई. बताया गया कि मनरेगा में प्रवासी मजदूरों को अधिक से अधिक शामिल करने के लिए पहले से निर्धारित टारगेट को बढ़ा दिया गया है. कोविड जांच व टीकाकरण की उपलब्धि पर भी चर्चा हुई. नगर परिषद की योजनाओं की भी समीक्षा की गई. बैठक में पिछले बैठक की संपुष्टि की गई. बैठक शुरु होने से पहले केंद्रीय मंत्री को डीएम धर्मेन्द्र कुमार व काराकाट के सांसद महाबली सिंह को डीडीसी ने बुके भेंट कर स्वागत किया. बैठक समय से शुरु नहीं होने पर नोखा की विधायक अनिता देवी सदन से उठकर चली गईं. बैठक समय से शुरु नहीं होने के मलाल लिए बाहर निकलीं विधायक को मोबाइल पर फोन कर डीएम ने वापस आने का आग्रह भी किया. विधानसभा में आज से बजट सत्र शुरु होने का हवाला देकर अपने को पटना के लिए रवाना होने के हवाला देते हुए वह नहीं रुकीं. बैठक में जिप अध्यक्ष नथुनी राम, नगर निकायों के मुख्य पार्षद और प्रखंड प्रमुख के अलावा सिविल सर्जन डॉ. सुधीर कुमार समेत जिला स्तरीय कई अधिकारी उपस्थित थे.