सासाराम की कोरोना संक्रमित महिला का इलाज करने वाला लाइफलाइन क्लिनीक व पैथोलॉजी को सील किया गया है. पीड़ित महिला के इलाज के दौरान जितने मरीज आए थे, संबंधित पंजी उपलब्ध करा दी गयी है. पैथोलॉजी में उस वक्त कितने मरीजों की जांच हुई थी.
बता दें कि पीड़ित महिला के इलाज के बाद से जितने मरीज वहां पर उपचार कराएं हैं, वे लोग भयभीत हो गए हैं. प्रशासन टीम उस दौरान इलाजरत सभी मरीजों की सूची के आधार पर सत्यापन किया जा रहा है. सत्यापन के बाद उनकी स्क्रीनिंग की जाएगी. उसके बाद उन्हें क्वारंटाइन किया जाएगा एवं सैंपल जांच के लिए भेजे जायेंगे. अस्पताल सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार लाइफलाइन में पीड़ित महिला को 17-18 अप्रैल तक इलाज किया गया है. इस दौरान स्थिति में सुधार नहीं हुआ तो रेफर किया गया. इनके पास वेंटिलेटर की सुविधा नहीं थी, तो जमुहार के नारायण मेडिकल में भर्ती कराया गया. जहां सैंपल जांच में मंगलवार को कोरोना संक्रमण का पॉजिटिव पाया गया. जिसके बाद पीड़ित महिला को पटना के नालंदा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल ले जाया गया.
वहीं पॉजिटिव महिला के संपर्क में उसके परिजनों के अलावा निजी क्लीनिक के चिकित्सक समेत 84 लोग को जमुहार के नारायण मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में आइसुलेट कराया गया है. पहले दिन 10 लोगों के सैंपल जांच के लिए भेजा गया है.
सिविल सर्जन डॉ. जनार्दन शर्मा ने बताया कि निजी क्लीनिक में महिला के इलाज के दौरान 21 अप्रैल को छोड़ बाकि सभी मरीजों की सूची उपलब्ध कराई गई है. इस आधार पर सत्यापन के बाद जांच शुरू कर दी जाएगी. 21 अप्रैल वाली भी सूचि उपलब्ध होते ही उसकी सत्यापन की जाएगी. नारायण मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में पॉजिटिव महिला के संपर्क में उसके परिजनों के अलावा निजी क्लीनिक के चिकित्सक समेत 84 लोगों को आइसुलेट किया गया है.
सासाराम अनुमंडल पदाधिकारी ने बताया कि कोरोना पीड़ित महिला का जिस क्लिनीक में इलाज हुआ था, उसे सील किया गया है.