राष्ट्रीय मानकों पर रोहतास जिले के अकोढ़ी गोला प्रखंड खरा उतरा है इसके लिए अकोढ़ी गोला प्रखंड को भारत सरकार के पंचायती राज मंत्रालय से वर्ष 2021 के दीनदयाल उपाध्याय पंचायत सशक्तिकरण पुरस्कार प्राप्त हुआ है. इस आशय का पत्र भारत सरकार के पंचायती राज मंत्रालय के आर्थिक सलाहकार डॉ विजय कुमार बेहेरा ने जारी किया है. पिछले वर्ष भी यह पुरस्कार अकोढ़ी गोला प्रखंड को प्राप्त हुआ था. यह पुरस्कार पिछले वर्ष के कार्यकाल की समीक्षा के बाद दिया जाता है. इस वर्ष बिहार के चार प्रखंड एवं चार ग्राम पंचायत इस पुरस्कार के लिए नामित किए गए हैं. जिसमें अकोढ़ी गोला प्रखंड पहले स्थान पर है.
यह पुरस्कार सेवाओं और सार्वजनिक वस्तुओं के वितरण में सुधार के लिए प्रत्येक स्तर पर अच्छे कार्य करने वाले देश के चुनिंदे जिला परिषद, प्रखंड पंचायत समिति तथा पंचायत को दिए जातें हैं. जिसके अंतर्गत राष्ट्रीय प्रशंसित पत्र के साथ-साथ 25 लाख रूपये भी बतौर पुरस्कार भारत सरकार पंचायत समिति को देती है. राष्ट्रीय स्तर पर अकोढ़ी गोला प्रखंड की पहचान व शोहरत दिलाने में मुड़ियार पंचायत समिति सदस्य एवं अकोढ़ी गोला प्रखंड के निर्विरोध युवा प्रखंड प्रमुख संतोष पासवान के कुशल नेतृत्व तथा अधिकारी व जनप्रतिनिधियों के बेहतरीन सामंजस्य की अहम भूमिका रही है. जिनके सामंजस्य से प्रखंड को यह मुकाम हासिल हुआ है और राष्ट्रीय स्तर पर प्रखंड को पहचान मिली है.
पुरस्कार के मानकों के अनुरूप प्रखंड में पंचायत समिति की सात समितियों का निर्माण आरक्षण को ध्यान में रखते हुए किया गया. इसमें एससी-एसटी व महिलाओं को प्राथमिकता दी गई. समिति ने अपने कार्यों का निर्वहन सही तरीके से किया. निर्धारित समय सीमा के अंदर बीडीसी की बैठकर होती रही. बैठक में कोरम का ख्याल रखा गया. पंचायतवार समस्या पर चर्चा हुई और समाधान के लिए कार्य किए गए. पानी, बिजली, स्वास्थ्य, शिक्षा, स्वच्छता, सड़क निर्माण, मनरेगा, कौशल युवा केंद्र, स्वयं सहायता समूह, पेंशन योजनाएं, इंदिरा आवास आदि से जुड़े कार्य प्रखंड में ससमय निपटाए गए. पंचायत समिति को जितनी राशि प्राप्त हुई उसका उपयोग प्रखंड व पंचायत के विकास कार्यों में किया गया. वार्षिक, अर्द्धवार्षिक व दीर्घकालीन योजनाएं सदस्यों की उपस्थिति में उनकी सहमति से बनाई गई. लेखा संधारण अप टू डेट रहा. ससमय ऑडिट कार्यों को पूरा किया गया. पंचायती राज के द्वारा विकसित पंचायत इंटरप्राइजेज सॉफ्ट पर काम कराया गया. कमेटी गठित कर समय-समय पर निष्पक्ष तरीके से जांच भी कराई गई.