बिहार सरकार ने डेहरी सदर सीडीपीओ कविता को सेवा से बर्खास्त कर दिया है. इसका फैसला शुक्रवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में आयोजित बिहार सरकार के मंत्रिमंडल की बैठक में लिया गया. यह बैठक वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए आयोजित की गई थी, जिसमें मुख्यमंत्री के अलावा कई विभागों के मंत्री अपने कार्यालय से शामिल हुए.
इस बैठक में कुल 18 फैसले लिए गए, जिनमें एक फैसला समाज कल्याण विभाग से संबंधित भी था. मंत्रिमंडल की बैठक के फैसले में रोहतास जिले के डेहरी सदर सीडीपीओ कविता कुमारी को सेवा से बर्खास्त करने का फैसला लिया गया. कविता कुमारी के खिलाफ कई तरह के आरोप थे. कविता कुमारी बक्सर जिले के इटाढ़ी प्रखंड में भी पदस्थापित रही हैं, वहां भी कई तरह के अनियमितता का आरोप लगाए गए थे.
एक सप्ताह पहले रोहतास के डीएम धर्मेंद्र कुमार ने आरोप पत्र (प्रपत्र क) गठित कर उनको बर्खास्त व विभागीय कार्रवाई करने के लिए सरकार से अनुशंसा की थी. नौकरी से बर्खास्त की गई सीडीपीओ पर आरोप है कि उन्होंने आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए विभाग की ओर से उपलब्ध कराई गई राशि इस्तेमाल में मनमानी की और वरीय अधिकारियों के निर्देश की अनदेखी की.
आरोप है कि उन्होंने डेहरी सदर में वित्तीय वर्ष 2021-22 में विभाग द्वारा प्राप्त आवंटन के बावजूद किराया के मकान में संचालित आंगनबाड़ी केंद्र के किराया का भुगतान नहीं किया. पोषाहार का वितरण भी ससमय नहीं कराया गया था, जिससे आंगनबाड़ी केन्द्रों का पूरक पोषाहार बाधित रहा. शिकायत पर सीडीपीओ से डीएम द्वारा स्पष्टीकरण की मांग की गई थी, परंतु उनके द्वारा कोई संतोषजनक जबाब नहीं दिया जा सका.