सूबे के रोहतास समेत पांच जिलों में नवनिर्मित फार्मेसी संस्थानों में अब डिप्लोमा इन फार्मेसी के पाठ्यक्रम शुरू होंगे. विकसित बिहार के सात निश्चय के तहत यह शुरुआत की जा रही है. सरकार ने संबंधित संस्थानों में इस पाठ्यक्रम की शुरुआत करने के इरादे से आवश्यक संसाधनों को सूचीबद्ध करने के लिए पांच सदस्यीय कमेटी का गठन भी कर दिया है. स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक विकसित बिहार के सात निश्चय के तहत नालंदा, सिवान, समस्तीपुर, बांका और रोहतास जिले में हाल ही में फार्मेसी कॉलेज स्थापित किए गए हैं.
अब सरकार का फैसला हुआ कि यहां डिप्लोमा इन फार्मेसी के पाठ्यक्रम प्रारंभ किए जाएं. लेकिन इसके लिए आवश्यक है कि फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया के मानकों के अनुरूप प्रति संस्थान सभी आवश्यक उपकरण, कंप्यूटर, ग्लास वेयर, तथा केमिकल्स आदि की व्यवस्था करनी होगी. इसके अलावा किताबें और आवश्यक जर्नल (पब्लिकेशन व लेखकों के नाम के साथ) जुटाने होंगे. यह काम प्राथमिकता के आधार पर हो इसके लिए सरकार ने पांच सदस्यीय कमेटी का गठन किया है. कमेटी को दो दिनों के अंदर संबंधित संसाधनों को सूचीबद्ध करते हुए सरकार को सौंपने के निर्देश दिए गए हैं. विदित हो कि मई 2020 में बिहार सरकार ने सासाराम के सदर अस्पताल परिसर में स्थित पारा मेडिकल संस्थान को फार्मेसी कॉलेज का दर्जा दिया था.