शहर में प्रदूषण नियंत्रण के लिए राज्य सरकार ने रूफटॉप गार्डेनिंग योजना की शुरुआत की है. इसके तहत शहरवासी अपने मकानों की छत के 300 वर्ग फुट में सब्जी उगाकर अनुदान का लाभ ले सकते हैं। प्रथम दृष्टया में सरकारी प्रोजेक्ट को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में कुछ स्थानों पर लागू करेगी। उसके बाद यह शहरी क्षेत्र के सभी हिस्सों में शुरू की जाएगी।
उद्यान विभाग के अनुसार उक्त योजना का मुख्य उद्देश्य जहां छत पर सब्जी का पौधा उगाकर प्रदूषण पर नियंत्रण करना है। वहीं कृषि भूमि कम होने कृषि भूमि पर मकान व व्यवसायिक प्रतिष्ठान बनने के कारण विकल्प के रूप में छतों पर सब्जी उगाने की योजना बनाई गई। छत पर सब्जी उगाने में करीब पचास हजार रुपए लागत आएगी। जिसका पचास फीसदी यानी 25 हजार रुपये मकानमालिक को विभाग अनुदान के रूप में देगी। एक यूनिट को 300 वर्ग फुट में सब्जी उगाने हैं। लोगों को ताजी फल फूल और सब्जी उपलब्ध कराने के साथ-साथ आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को रोजगार उपलब्ध कराना भी सरकार का मुख्य उद्देश्य है।
कृषि विशेषज्ञों के मुताबिक बढ़ते प्रदूषण के स्तर को कम करने में रूफटॉपगार्डनिंग योजना बेहतर कारगर साबित होगी। केमिकल और रासायनिक खादों के इस्तेमाल से उगाई गई सब्जी खाने से लोगों को निजात भी मिलेगी। यदि उन्हें अपने छत पर ही सब्जी मिलेगी तो वो ताजी सब्जियों का इस्तेमाल करेंगे। इस योजना में कृषि विभाग की भी सहभागिता रहेगी। इसमें जैविक खाद का इस्तेमाल किया जाएगा। रूफटॉप गार्डनिंग योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन के साथ आधार कार्ड, बैंक पासबुक के पहले पन्ने की छायाप्रति जिसमें खाता संख्या और आईएफएससी कोड हो तथा मकान की निबंधन कॉपी और आवेदक की फोटो उपलब्ध कराना होगा।
वैसे लोगों को भी योजना का लाभ मिलेगा जो पहले से अपने छतों पर रूफटॉप गार्डनिंग का काम कर रहे हैं। उन्हें जिला उद्यानविभाग में एक आवेदन करना होगा, विभाग की ओर से जिसकी जांच की जाएगी। उसके बाद उनके खातों में डीबीटी के जरिए अनुदान की राशि भेजी जाएगी। सरकार ने इस योजना को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में कई जिलों में दो माह पूर्व ही लागू कर चुकी है। जल्द ही चुनाव बाद रोहतास जिले के शहरी क्षेत्र में भी इस योजना को लागू किया जाएगा।
बता दें कि रूफटॉप गार्डन में हर मौसम में खेती की जा सकेगी। पौधों को धूप से बचाने के लिए शेड नेट लगाया जाएगा। ड्रिप सिंचाई पद्धति से पौधों की सिंचाई होगी। कीटों से पौधों को बचाने के लिए ऑर्गेनिक कीटनाशक का इस्तेमाल किया जाएगा, ताकि पौधा बचे रहें। सब्जी भी खाने में हानिकारक नहीं हो सके। इस योजना के तहत छतों पर सब्जी उगाने के साथ-साथ औषधिय और सुंगधित पौधे, फूल, व पत्तेदार पौधे तथा फलदार पौधे भी लगाए जा सकेंगे।
रोहतास जिला उद्यान पदाधिकारी सुबोध कुमार कहते है कि, सरकार की ऐसी योजना की जानकारी विभाग को है। चुनाव के कारण योजना पर किसी तरह की कोई करवाई नहीं हो पा रही है। चुनाव के बाद विभाग के निर्देश पर अग्रतर कार्रवाई की जाएगी।