‘कायाकल्प’ कार्यक्रम के तहत रोहतास के 5 सरकारी अस्पताल होंगे पुरस्कृत

फाइल फोटो

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत कायाकल्प कार्यक्रम के तहत वर्ष 2021 के लिए हाल ही में रोहतास जिले के सीएचसी काराकाट, सीएचसी शिवसागर, अनुमंडलीय अस्पताल बिक्रमगंज, अनुमंडलीय अस्पताल डेहरी तथा सीएचसी दावथ का चयन हुआ था. बुधवार को सूबे के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने ट्वीट कर कहा है कि कायाकल्प कार्यक्रम के तहत उत्कृष्ट कार्य करने के लिए राज्य के 11 जिलों के 34 स्वास्थ्य केन्द्रों को सरकार पुरस्कृत करेगी. इसमें 1 करोड़ 33 लाख रुपए सभी विजेता अस्पतालों के रोगी कल्याण समिति में हस्तांतरित किए जाएंगे. यह कार्यकम स्वच्छता एवं संक्रमण प्रसार की रोकथाम के उद्देश्य से शुरू किया गया है.

कायाकल्प कार्यक्रम के तहत सरकारी अस्पतालों की गुणवत्ता के मूल्यांकन के लिए कुछ मानक तैयार किए गए हैं. तय मानकों को प्राप्त करने के बाद योग्य अस्पतालों को कायाकल्प कार्यक्रम के तहत चयनित पुरस्कृत करने का प्रावधान किया गया है. इसके लिए संबंधित जिलों के सिविल सर्जनों को उक्त राशि संबंधित स्वास्थ्य संस्थानों की रोगी कल्याण समिति के खाते में उपलब्ध कराने एवं एफएमआर कोड 13.2.2. (कायाकल्प अवार्ड) में व्यय प्रतिवेदित करने का निर्देश दिया गया है.

उन्होंने कहा कि कायाकल्प कार्यक्रम के तहत सबसे अधिक पुरस्कार की राशि 50 लाख बेगूसराय को मिलेगी. जबकि रोहतास जिले को कुल 19 लाख रुपए की पुरस्कार राशि दी जाएगी, जिसमें सूबे में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले सीएचसी काराकाट को 15 लाख रूपए की पुरस्कार राशि दी जाएगी. जबकि सीएचसी शिवसागर, अनुमंडलीय अस्पताल बिक्रमगंज, अनुमंडलीय अस्पताल डेहरी तथा सीएचसी दावथ को एक-एक लाख रुपए मिलेंगे. वहीं औरंगाबाद जिला को चार लाख रुपए तथा कैमूर जिला को तीन लाख रूपए की पुरस्कार राशि दी जाएगी.

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सभी अस्पताल पुरस्कार राशि का दो तरह से इस्तेमाल करेंगे. कुल पुरस्कार राशि में 25 फीसदी राशि चयनित अस्पतालों के कर्मचारी के बीच नगद प्रोत्साहन राशि का वितरण किया जाएगा. शेष बची 75 फसदी राशि का प्रयोग एनक्यूएएस (नेशनल क्वालिटी एस्सुरेंस स्टैण्डर्ड) से संबंधी कार्य या गुणवता सुधार पर खर्च किया जाना है, जिसमें एनक्यूएएस एवं कायाकल्प द्वारा चिह्नित कमियों को दूर करने में खर्च किया जा सकता है. जैसे पीने का पानी की समुचित व्यवस्था, फायर सेफ्टी सिस्टम को बनाना, हर्बल गार्डन विकसित करना, रैंप एवं रोलिंग, दिव्यांग के लिए शौचालय निर्माण, लूज हैंगिंग वायर को ठीक करना, कर्मचारियों के लिए ड्रेस कोड, पेस्ट कंट्रोल, दरवाजा एवं खिडकियों के लिए वायर, परदे, भीतरी एवं बाहरी दीवारों की पेंटिंग, मेस, अस्पताल में रोशनी व्यवस्था व लिक्विड वेस्ट मैनेजमेंट, रक्त अधिग्रहण यंत्र, सभी कर्मचारियों का टीकाकरण, किचन ट्राॅली सहित वे चीजें, जो कायाकल्प चेकलिस्ट द्वारा चिह्नित हो, आदि पर खर्च किया जाना है. तत्पश्चात जिला एवं राज्य स्वास्थ्य समिति को प्रतिवेदित भी की जानी है.

Ad.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here