बीजेपी के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष राजेंद्र सिंह की घर वापसी, रामेश्वर चौरसिया भी कर सकते हैं घर वापसी

बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के दौरान लोजपा में शामिल हुए भाजपा के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष व झारखंड के पूर्व संगठन मंत्री ने रविवार को घर वापसी कर दी है. भाजपा में फिर से शामिल होने पर उन्हें प्रदेश भाजपा अध्यक्ष संजय जयसवाल द्वारा स्वागत किया गया. इसके पूर्व एक जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनको ट्विटर पर फॉलो बैक किया था.

भाजपा में फिर से वापसी के बाद राजेन्द्र सिंह ने कहा कि “मेरा पूरा राजनीतिक जीवन जनसेवा और राष्ट्र निर्माण के लिए समर्पित रहा है. सभी साथियों और समर्थकों का आभार, जिन्होंने हर विषम परिस्थिति में मेरे ऊपर भरोसा बनाये रखा. भारतीय जनता पार्टी का एक बार फिर से हिस्सा बन कर खुद को सौभाग्यशाली महसूस कर रहा हूं.”

बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में टिकट बंटवारे में दिनारा सीट को जदयू को दे दिया गया था और राजेन्द्र सिंह चुनाव से वंचित हो गए थे. टिकट नहीं मिलने पर भाजपा के पूर्व उपाध्यक्ष व झारखंड के पूर्व संगठन मंत्री राजेंद्र सिंह ने लोक जन शक्ति पार्टी का दामन थाम लिया था. वे दिनारा से ही लोजपा के प्रत्याशी थे. हालांकि, चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था और इस सीट पर राजद ने जीत दर्ज की. इससे पूर्व 2015 के चुनाव में राजेन्द्र सिंह महज ढाई हजार वोटों से चुनाव हार गए थे.

कार्यकर्ताओं का कहना है कि राजेंद्र सिंह छात्र जीवन से ही विद्यार्थी परिषद से जुड़े रहे तथा संगठन मंत्री का दायित्व बखूबी निभाया. इनका कार्य क्षेत्र तब उत्तर प्रदेश रहा. बाद में वे आरएसएस की अनुसांगिक इकाई स्वदेशी जागरण मंच व यूपी बीजेपी से होते झारखंड बीजेपी के संगठन मंत्री बने. 2015 में वे संगठन के निर्देश पर ही दिनारा विधान सभा से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़े. इसके बाद प्रदेश बीजेपी के महामंत्री व उपाध्यक्ष भी रहे. पुन: राजेन्द्र सिंह की भाजपा में घर वापसी पर कार्यकर्ताओं ने सासाराम पोस्ट ऑफिस चौक पर पटाखा फोड़ व मिठाई बांट खुशी जताई है.

वहीं, सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक से विधानसभा चुनाव 2020 के दौरान राजेन्द्र सिंह के अलावे लोजपा में शामिल हुए नोखा के पूर्व विधायक रामेश्वर चौरसिया भी फिर से भाजपा में शामिल हो सकते हैं. रामेश्वर चौरसिया भाजयुमों के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, भाजपा के राष्ट्रीय सचिव एवं लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश के सहप्रभारी भी रह चुके है. यूपी में विधानसभा चुनाव का विगुल बज चूका है. ऐसे में यूपी में चुनाव में जिम्मेवारी देते हुए रामेश्वर चौरसिया का पुन: भाजपा में शामिल किया जा सकता है.

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