पीएम मोदी का सौगात: आरा-मोहनिया फोरलेन का किया शिलान्यास

आरा-मोहनिया एनएच-30 , जो अभी दो लेन का है

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सोमवार को शाहाबाद की बहुप्रतीक्षित आरा-मोहनिया नेशनल हाइवे-30 के फोरलेन का शिलान्यास किया. इस मौके पर प्रधानमंत्री ने कहा कि आज बिहार के विकास का दिन है. आज बिहार के लिए 14 हजार 287.85 करोड़ राशि की पुल एवं सड़क योजना का शिलान्यास हो रहा है. इन योजनाओं को पूरा होने से बिहार मे कनेक्टिविटी और बढ़ेगी तथा विकास को गति मिलेगी.

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प्रधानमंत्री के संबोधन के पूर्व वर्चुअल उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कृषि बिल का समर्थन करते हुए कहा कि इससे किसानों को लाभ होगा और कृषि के विकास में सहायक होगा. मुख्यमंत्री ने बिहार के विकास में सहयोग के लिए केंद्र सरकार विशेषकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अभिनंदन एवं धन्यवाद दिया. केंद्रीय संचार मंत्री रविशंकर प्रसाद, उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने भी वर्चुअल उद्घाटन समारोह को संबोधित किया.

रोहतास डीएम पंकज दीक्षित समेत जिला के अन्य अधिकारियों ने प्रधानमंत्री के शिलान्यास कार्यक्रम का वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिये लाइव देखा. कलेक्ट्रेट के सभा भवन में दिन के एक बजे तक प्रधानमंत्री का लाइव टेलीकास्ट हुआ. डीएम के विशेष कार्य पदाधिकारी सह जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी अनिल कुमार पांडेय ने बताया कि एनएच-30 फिलहाल दो लेन वाला सड़क है. अब फोरलेन बनेगा. वीडियो कांफ्रेसिंग में डीएम के अलावा पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता संजय कुमार समेत अनेक पदाधिकारी मौजूद थे. वहीं दिनारा में कार्यक्रम को एनएचएआई द्वारा बलदेव उच्च विद्यालय मैदान में लाइव टेलीकास्ट की व्यवस्था की गई थी. इस मौके पर उपविकास आयुक्त सुरेंद्र प्रसाद समेत अन्य अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि सहित भारी संख्या में आम लोग भी उपस्थित थे.

इस फोरलेन योजना के तहत पहले भाग में आरा से परारिया 55 किलोमीटर के निर्माण कार्य पर 886 करोड़ रुपए की लागत आएगी. वहीं दूसरे भाग में परारिया से मोहनिया तक 61 किलोमीटर के निर्माण कार्य पर 856 करोड़ों रुपए की लागत आएगी. आरा-मोहनिया नेशनल हाईवे-30 की कुल लंबाई 116 किलोमीटर है. दोनों भाग को मिलाकर इस पर कुल 1742 करोड़ रुपए खर्च होंगे. 

आरा- मोहनिया नेशनल हाईवे का अंतिम छोर भले ही कैमूर जिले में है, पर इसकी उपयोगिता बिहार-यूपी के कई जिलों के लिए है. एक मात्र यही हाईवे शाहाबाद के 4 जिले भोजपुर, बक्सर, रोहतास, कैमूर समेत वाराणसी व राजधानी पटना जोड़ता है. कभी बिहार सरकार और केंद्र सरकार के बीच विवाद, कभी कोर्ट में मुकदमेबाजी, कभी ठेकेदार का काम छोड़कर भाग जाना. इन कारणों से यह सड़क करीब एक दशक तक अपना अस्तित्व बचाने के लिए जुझती रही. दूर-दूर तक सड़क का नामोनिशान मिट चुका था. पिछले विधानसभा चुनाव में जर्जर हाइवे भी एक प्रमुख मुद्दा बना था. जिसके बाद आरा-मोहनिया नेशनल हाईवे दो लेन जर्जर सड़क को नव निर्माण किया गया था.

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