काराकाट थाना क्षेत्र के जोरावरपुर पुल के पास लूट की घटना का अंजाम देने में अपराधियों ने पिता एवं पुत्र को चाकू से हमला कर दिया था. जिसमें पिता राधामोहन सिंह की हत्या कर दी और पुत्र राज कुमार इलाजरत है. घटना छह दिसंबर के शाम की है. जिसका पुलिस ने उद्भेदन कर लिया है. घटनास्थल से बरामद किए गए बाइक को पुलिस ने जांच की तो सारे के सारे मामले खुलते चले गए.
एसपी सत्यवीर सिंह ने बताया कि घटनास्थल से अपराधियों की मिली बाइक से पुलिस को उन्हें चिह्नित करने में सफलता मिली है. बाइक मोरौना गांव के एक व्यक्ति की है. वारदात को अंजाम देने के लिए बाइक उसका एक करीबी व्यक्ति छह दिसंबर की शाम ले गया था. जब पूर्व सैनिक राधा मोहन सिंह की चाकू से गोद हत्या कर दी तथा उनके पुत्र को जख्मी कर दिया गया, इसी बीच बरातियों से भरी बस आ गई. चीख-पुकार सुनकर बराती वहां रुक गए. यह देखकर अपराधी अपनी एक बाइक छोड़ भाग निकले. उसी दिन अटल बिहार द्वारा अपने बीके चोरी हो जाने के संबंध में झूठा मुकदमा दर्ज कराया गया.
बिक्रमगंज अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी राजकुमार सिंह ने बताया कि घटना में धारुपुर के सरोज सिंह उर्फ सरोज यादव, मोरौना के अटल बिहारी एवं दुर्गेश कुमार प्रजापति, धारुपुर के दिनेश कुमार प्रजापति धारुपुर, मोरौना के कुश कुमार का संलिप्तता पाई गई. जिसमें चार लोगों की गिरफ्तारी कर ली गई है. नाबालिक को भी लाया गया है, जिसे विधि के अनुसार किशोर न्यायालय में प्रस्तुत किया जायेगा. अपराधी सरोज सिंह उर्फ़ सरोज यादव की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छपेमारी कर रही है. सरोज सिंह का आपराधिक इतिहास भी है. बिक्रमगंज थाना कांड संख्या 17,21/18,43/18 में नामजद अभियुक्त है.
उन्होंने बताया कि अपराधी दिनेश कुमार बिक्रमगंज कांड संख्या 38/15 हत्याकांड का आरोपी है. इसके पास से अपाची, बजाज प्लेटिना, पैशन प्रो बाइक बरामद कर जब्त की गई. दुर्गेश कुमार प्रजापति तथा दिनेश कुमार प्रजापति द्वारा बिक्रमगंज में पूर्व में घटित दो घटनाओं का भी अंजाम दिया गया था. इन दोनों के द्वारा बताने पर 21000 रुपया की बरामदगी हुई है.
बता दें कि घटना को गम्भीरता से लेते हुए एसपी सत्यवीर सिंह के द्वारा कांड के उद्भेदन हेतु बिक्रमगंज अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी राजकुमार एवं पुलिस उपाधीक्षक बुंदी मांझी के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया था.