सदन में उठेगा शाहाबाद क्षेत्र के पर्यटन का मुद्दा, ‘पहले मिट्टी फिर पार्टी’ का दिया गया नारा; सभी दलों के नेताओं ने दिखाई भागीदारी

बिहार विधानसभा का बजट सत्र शुरू हो गया है.‎ पहले दिन की कार्यवाही समाप्त होने के बाद‎ शाहाबाद क्षेत्र के तमाम विधायक और विधान पार्षद की सर्वदलीय‎ बैठक विधान परिषद् के सभागार में हुई. बैठक में शाहाबाद क्षेत्र के विकास के लिए सभी विधायक व विधान परिषद सदस्यों एकजुट दिखे. सबने पहले मिट्टी फिर पार्टी का संकल्प का संकल्प लेते हुए कहा कि चुनाव के समय सभी दलों के नेता अपने-अपने दल के पक्ष में संघर्ष करें, लेकिन चुनाव बाद अपनी मातृभूमि के विकास हेतु एकजुट होकर प्रयास है.

शाहाबाद महोत्सव आयोजन समिति के‎ संयोजक अखिलेश कुमार की पहल पर‎ आयोजित उक्त बैठक की अध्यक्षता विधान परिषद्‎ के कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह ने की. बैठक में सभापति अवधेश‎ नारायण सिंह ने कहा कि पहले माटी, फिर‎ पार्टी. उन्होंने कहा कि शाहाबाद के प्राकृतिक सौन्दर्य से परिपूर्ण मनोरम स्थलों के साथ ही ऐतिहासिक, धार्मिक, सांस्कृतिक महत्व वाले स्थलों को केंद्र में रखकर पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सामूहिक प्रयास करना होगा. उन्होंने कहा कि इसको लेकर हमलोग मुख्यमंत्री और पर्यटन मंत्री से भी मिलेंगे.

बैठक के आरंभ में शाहाबाद महोत्सव आयोजन समिति के संयोजक अखिलेश कुमार ने कहा कि पुराना शाहाबाद जिला का काफी गौरवशाली इतिहास रहा है. और यहां पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं और इसके लिए आसन्न सत्र में इसको सामूहिक प्रयास किया जाना चाहिए. बैठक में उपस्थित सभी दलों के विधायक व विधान परिषद सदस्य इस बात पर सहमत दिखे कि यहाँ पर्यटन की अपार संभावनाएं है.

कहा कि रोहतासगढ़ किला, शेरगढ़ किला, शेरशाह का मकबरा, मुंडेश्वरी धाम, ताराचंडी धाम, तुतला भवानी, मांझर कुंड, करकटगढ़, तेलहर, दुर्गावती जलाशय, इन्द्रपुरी जलाशय, शहीद बाबु वीर कुंवर सिंह की जन्मभूमि जगदीशपुर, राम को शस्त्र और शास्त्र दोनों का शिक्षा देने वाला स्थान बक्सर, ब्रमहेश्वर स्थान, गुप्ता धाम, अरण्य देवी मंदिर आरा, दरिया साहब का आश्रम धरकंधा जैसे ऐतिहासिक, धार्मिक, सांस्कृतिक और प्राकृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थलों को विकसित कर आसानी से पर्यटकों को आकर्षित किया जा सकता है.

साथ ही अपना विशिष्ट पहचान रखने वाले खाद्य सामग्री जैसे बक्सर की पापड़ी, कोआथ का वेलग्रामी, बरांव का सिंघाडा, चेनारी के गुड़ का लड्डू, बेतरी का चावल आदि को राष्ट्रीय तथा अन्तर्राष्ट्रीय पटल पर लाने और यहां के परम्परागत लोक संगीत जैसे कुडुख नृत्य, गोणं नृत्य, धोबिया धोबिनिया तथा शिनरयनी के गीत आदि को बढ़ावा देने की जरूरत है. बैठक में विधायक मुरारी कुमार गौतम, अरूण सिंह, संजय तिवारी, राम विसुन सिंह, विजय कुमार मंडल, अजीत कुमार सिंह, भरत बिंद, संगीता कुमारी, संतोष कुमार मिश्रा, विश्वनाथ राम साथ ही महोत्सव आयोजन समिति के छोटेलाल सिंह, अशोक कुमार, मयंक उपाध्याय आदि उपस्थित रहे.

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