माॅनसून के रंग लिट्टी-चोखा के संग

बिहार का नाम आते ही लोगों के जेहन में बहुत सारी चीजें दौड़ने लगती है. उन्हीें में से एक नाम है बिहार का पारंपरिक डिश लिट्टी-चोखा. बेहद लजीज बिहारी व्यंजन. लजीज के साथ-साथ पौष्टिक. यूं तो लिट्टी-चोखा बिहार का लोकप्रिय आहार है पर यह ग्लोबल होता जा रहा है. कलकत्ता हो या दिल्ली, मुुंबई हो या चेन्नई, बेंगलुरु हो या लुधियाना. लिट्टी चोखा सर्वत्र उपलब्ध है. वैसे तो इसे खाने का कोई दिन या सीजन नहीं होता पर बरसात में इसकी सोंधी-सोंधी सुगंध का कहना हीं क्या. देसी घी में डूबोने के बाद जब इसकी खुशबू फैलती है तो किसके मुुंह में पानी न आ जाए. लिट्टी का पूरक आहार चोखा हीं माना जाता है, पर इसे मटन या चिकेन के साथ भी खाया जाता है. कई इलाकों में तो लिट्टी और मांसाहारी व्यंजनों का हीं सेवन होता है.

स्वादिष्ट के साथ साथ लाभप्रद भी लिट्टी:
लिट्टी बनाने के लिए आटे के अंदर सत्तू भरा जाता है. यह सत्तू भूने हुए चने को पीस कर बनाया जाता है, जो शरीर के लिए किसी औषधी से कम नहीं होता. सत्तू में फाइबर की मात्रा काफी अधिक होती है जो आपको पेट की बीमारियों से दूर रखता है और पाचन तंत्र सही रखता है. सत्तू में मौजूद मिनरल्स और एंटी आॅक्सिडेंट बाल झड़ने से रोकते हैं. सत्तू त्वचा में निखार लाने वाला पदार्थ भी माना जाता है तो वहीं सत्तू में विटामिन और प्रोटीन स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होते हैं. खास कर महिलाओं को प्रेगनेंसी या पीरियड्स के वक्त शारीरिक कमजोरी के समय में विटामिन और प्रोटीन युक्त भोजन की जरुरत होती है जो लिट्टी से पूरी की जा सकती है.

लिट्टी-चोखा बनाने की विधि :
लिट्टी के आटा गूंथने के लिए मुख्य रूप से आटा, तेल, अजवाइन, नमक और घी की आवश्यकता पड़ती है. सबसे पहले आटे को चाल कर बर्तन में निकालिए, आटे में घी और हल्‍की नमक डाल कर अच्छी तरह मिला लीजिए. गुनगुने पानी की सहायता से नरम आटा गूंथ लीजिए. गूंथे हुए आटे को ढंककर (आधा घंटे के लिए) रख दीजिए. लिट्टी बनाने के लिए आटा तैयार है.

लिट्टी में भरी जाने वाली सत्तू ऐसे तैयार कीजिए : अदरक को धोकर छिलकर बारीक टुकड़ों में काट लीजिए या फिर कद्दूकस भी कर सकते हैं. हरी मिर्च और हरा धनिया बारीक काट लीजिए. सत्तू को किसी बर्तन में निकालिए. उसमें अदरक, हरी मिर्च, धनिया, नींबू का रस, नमक, काला नमक, जीरा, सरसों का तेल और अचार का मसाला मिला लीजिए. जब सत्तू पूरी तरह से मिक्‍स हो जाएगी इसके बाद 1-2 छोटे चम्मच तेल और पानी डालिए और उसे ऐसा मिक्स कीजिए की वो पूरी तरह से भूरभूरा हो जाए. अब सत्‍तू तैयार है.

लिट्टी ऐसे बनाए : गूंथे हुए आटे से मध्यम आकार की लोइयां बना लीजिए. लोई को अंगुलियों की सहायता से 2-3 इंच के व्यास में बड़ा कर लीजिए, अब कटोरी जैसा बना लीजिए, इस पर एक से डेढ़ छोटी चम्मच सत्तू रखिए और आटे को चारों ओर से उठा कर बंद करके गोल कर लीजिए. गोले को हथेली से दबा कर थोड़ा चपटा कीजिए, लिट्टी सिकने के लिए तैयार है. अब लकड़ी और गोईठा को जला कर उसे पूरी तरह से आग बना लें और उसे जमीन या किसी बड़े आग के बर्तन में रखकर उस पर भरी हुई लोइयों को रखिए और पलट-पलट कर ब्राउन होने तक सेंक लें.

चोखा ऐसे बनाए :  आलू और टमाटर और बैंगन को धोने के बाद आग में भून लीजिए. ठंडा होने पर छिलका उतार लें. अब किसी प्याले में रख कर चम्मच से मैश कीजिए. कतरे हुए प्‍याज, मिर्च, धनिया पत्‍ता, नींबू, अचार, नमक और तेल डाल कर अच्छी तरह मिलाइए. और इसी के साथ तैयार है बिहार का मशहूर-चोखा.

ऐसे परोसिए : एक प्लेट में चोखा डालिए. गरमा-गरम लिट्टी बीच में से तोड़कर घी में डुबाइए. अब बैंगन और आलू के चोखा को हरी धनिए की चटनी के साथ पेश करें.

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