कोरोना वायरस के संकट से पूरा देश जूझ रहा है. ऐसी घड़ी हर कोई मदद के लिए प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से आगे आ रहे हैं. ऐसे में बच्चों का आगे आकर मदद करना काफी सुखद है. 14 अप्रैल को जन्मदिन का उत्सव मनाने के लिए रखे गुल्लक के पैसे जरूरतमंदों की मदद के लिए बच्चों ने राहत कोष में दिये हैं. बच्चों द्वारा जन्मदिन का उत्सव नहीं मना कर राहत कोष में गुल्लक के पैसे दिये जाने की बात इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई है.
बता दें कि जिले के बिक्रमगंज निवासी अखिलेश कुमार के नौ वर्षीय पुत्र आदर्श कुमार और इनके भाई कमलेश कुमार के सात वर्षीय पुत्र कनिष्क कुमार अपना गुल्लक लेकर सासाराम स्थित कलेक्टर ऑफिस पहुंच गए. दरअसल, इन बच्चों ने पीएम नरेंद्र मोदी का संबोधन सुना था. इसके बाद इन्होंने गुल्लक में मौजूद पैसों को प्रधानमंत्री तक पहुंचाने की बात सोच ली. वहां मौजूद कर्मचारियों को इन बच्चों ने बताया कि संयोग से दोनों का जन्मदिन 14 अप्रैल ही है. उनका जन्मदिन है और अपने जन्मदिन को बेहतर तरीके से मनाने के लिए दोनों चचेरे भाइयों ने एक साल से पैसे जमा किए थे. लेकिन वो इस गुल्लक का पैसा पीएम नरेंद्र मोदी को देना चाहते है. इन दोनों बच्चों को आपदा नियंत्रण के लिए बनाए गए प्रबंधन प्रशाखा में भेज दिया गया. जहां अधिकारियों के समक्ष बच्चों ने अपना गुल्लक तोड़ा. इस दौरान इन दोनों भाइयों के गुल्लक से 9606 हज़ार के करीब सिक्के तथा नोट मिले. इसमें से आदर्श के गुल्लक से 3415 रुपये और कनिष्क के गुल्लक से 6191 रुपये निकले. इन तमाम सिक्कों तथा नोट को अधिकारियों के टेबल पर लाकर गिनती की गई और इन पैसों को राहत कोष में दान कर दिया गया. दोनों बच्चों के इस वीरता पूर्ण कार्य की सब लोग प्रशंसा कर रहे हैं.
गुल्लक से निकले कुल 9606 रुपयों को जिलाधिकारी पंकज दीक्षित ने डिप्टी कलेक्टर अनु पांडेय द्वारा राहत कोष में जमा कराने का आदेश दिया. साथ ही जिलाधिकारी ने बच्चों द्वारा उठाये गये कदम और हौसले को समाज के लिए एक उदाहरण बताया. वहीं, डिप्टी कलेक्टर अनु दुबे ने बच्चों के कार्य और उत्साह के लिए उनके माता पिता को धन्यवाद दिया. आदर्श के पिता अखिलेश सिंह बिक्रमगंज में स्कूल चलाते हैं.
गौरतलब है कि मंगलवार की सुबह 10 बजे पीएम नरेंद्र मोदी ने जब 19 दिन और लॉक डॉउन बढ़ाने की घोषणा की. इस दौरान उन्होंने अपने आसपास के गरीबों को मदद करने का की बात कही. तो यह बातें उन दोनों भाइयों के दिल में घर कर गई. सुबह 10 बजे के पीएम नरेंद्र मोदी के संबोधन के बाद उन दोनों भाइयों का जन्मदिन मनाने का विचार बदल गया तथा सोच लिया कि बर्थडे में खर्च होने वाला पैसा कब पीएम मोदी को भेजेंगे. ताकि वे इन पैसों से गरीबों को मदद कर सके.