दिल है छोटी सी, छोटी सी आशा कुछ यूं ही सपने संजोए रोहतास जिले के सूर्यपुरा की बिटिया व बीएड की छात्रा मनीषा कुमारी ने दारोगा की परीक्षा उत्तीर्ण कर पूरे परिवार को सरप्राइज दिया है. सूर्यपुरा के बलिहार निवासी शिक्षक व मनीषा के मामा दिलीप कुमार बताते हैं कि मेरी बड़ी बहन मीना कुमारी की शादी आरा के सिन्हा गांव निवासी ध्रुपनारायण प्रसाद के साथ हुआ था परन्तु पिलिया रोग से उनकी मौत असमय हो गया, तब मनीषा एक भाई व दो बहनों मे सबसे छोटी मात्र दो वर्ष की थी. इन सभी का परवरिश एक पहाड़ के समान था. तब हम छह भाइयों ने मिलकर इनका भार अपने कंधे पर लेकर सब का लालन पालन पढ़ाई, लिखाई शुरू किया.
उन्होंने बताया कि मनीषा बचपन से ही कुशाग्र बुद्धि की थी. वह अपनी मां से अक्सर कहा करती थी कि मैं अफसर बिटिया बनूंगी. सूर्यपुरा विद्यालय से मैट्रिक व बिक्रमगंज इंदु तपेश्वर सिंह कॉलेज से आईएसी व वहीं से बीए करने के बाद भोजपुर के हरिगांव कॉलेज से बीएड फाइनल ईयर की छात्रा है मनीषा.
वह अपनी सफलता का श्रेय अपनी दुखियारी माँ के साथ सभी छह मामा को दे रही है. जिनके अथक परिश्रम व प्रोत्साहन से वह इस मुकाम को हासिल कर पाई है. जबकी उसका अगला पड़ाव है यूपीएससी की परीक्षा में बैठना और वाकई में बड़ी अफसर बिटिया बन कर अपनी मां व मामा लोगों का नाम रौशन करना.
रिपोर्ट- जयराम कुमार