नोखा नगर पंचायत में लोगों को शुद्ध एवं ठंडा पानी उपलब्ध कराने के उद्देश्य से लाखों रुपए खर्च कर वाटर एटीएम मशीन लगाया गया लेकिन उद्घाटन के महज डेढ़ माह बाद से ही मशीन बंद है. इससे नगरवासियों को शुद्ध व ठंडा पेयजल से वंचित होना पड़ रहा है. मशीन चालू करवाने के लिए अधिकारी और जनप्रतिनिधि ध्यान नहीं दे रहे हैं.
नौ जनवरी 2020 को नोखा नगर पंचायत के काली मंदिर के पास करीब चार लाख की लागत से वाटर एटीएम प्लांट लगाया गया है. ताकी आसपास के लोगों को शुद्ध पानी मिल सके. इसके अलावा इस मार्ग से सैकड़ों लोग प्रतिदिन आना जाना करते हैं. नोखा बस स्टैंड भी पास में ही है. वाटर एटीएम मशीन शुरू होने पर यात्रियों को भी पेयजल उपलब्ध होता था. नगरपालिका का वाटर एटीएम डेढ़ माह तक ही चला. इसके बाद से वाटर एटीएम बंद है.
नोखा के बस स्टैंड व मुख्य बाजार का प्रवेश द्वार होने के वजह से यहां पूरे दिन लोगों की भीड़ रहती है. लिहाजा लोगों को पानी के लिए परेशान होना पड़ता है. मशीन बंद होने के कारण नगरवासी शुद्ध व ठंडा पेयजल से वंचित हैं. आलम यह है कि इस वाटर एटीएम के पास लोग कूड़ा फेंकने लगे और आसपास के दुकानदारों द्वारा दुकान ढकने का चार्ली उसपर रख दिया जाता है. स्थानीय लोगों का कहना है कि मशीन चालू है या बंद अधिकारी व जनप्रतिनिधि सुध नहीं लेते हैं. वहां पूरी तरह से गंदगी फैली हुई है और वाटर एटीएम मशीन कबाड़ में तबदील हो रहा है.
रिपोर्ट- शशिकांत विश्वकर्मा