रोहतास: ‘अम्बेडकर के लोग और शिक्षा का महत्व’ विषय पर गोष्ठी का आयोजन

अंबेडकर के लोग का मतलब भारतीय संविधान को मानने वाले सभी देशवासी हैं. भीमराव आंबेडकर को किसी एक व्यक्ति, जाति और समुदाय में सीमित नहीं किया जा सकता है. उनके कार्य भारत के हर व्यक्ति के लिए एक प्रेरणा का स्त्रोत है. आज राजनेता अपने स्वार्थ के लिए देश को जाति और विद्वेष की राजनीति में बांटने के लिए उनका इस्तेमाल कर रहे हैं. उक्त बातें औरंगाबाद के सांसद सुशील कुमार सिंह ने रोहतास जिले के अकोढ़ीगोला प्रखंड के बांक में रविवार को अंबेडकर के लोग और शिक्षा का महत्व विषय पर आयोजित सेमिनार में कहीं.

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अनुसूचित जाति के युवा राकेश कुमार के बीएसएफ में चयनित होने पर इस सेमिनार का आयोजन किया गया था. कार्यक्रम का उद्घाटन सांसद सुशील कुमार सिंह, प्रखंड प्रमुख सन्तोष पासवान, समाजसेवी राजीव रंजन सिंह उर्फ सोनू सिंह, नरेंद्र सिंह, अखिलेश सिंह व मुटुर पांडेय ने संयुक्त रूप से द्वीप प्रज्ज्वलित कर किया. कार्यक्रम के दौरान सांसद ने राकेश कुमार एवं उनके माता-पिता को भी सम्मानित किया. सांसद ने राकेश को बधाई देते हुए कहा कि वो समाज ही नहीं सभी वर्ग के लिए प्रेरणा का स्त्रोत हैं. उन्होंने कहा कि किसी भी काल में भारत के धर्मग्रंथों ने व्यक्ति का जाति के आधार पर बंटवारा नहीं किया है. उन्होंने मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम का उदाहरण देते हुए कहा कि श्रद्धा के कारण उन्होंने शबरी के जुठे बेर भी खाए. उन्होंने कहा कि रामायण के रचयिता महर्षि वाल्मिकी अपनी क्षमता के कारण अपनी पहचान बनाने में कामयाब हुए.

कार्यक्रम के दौरान वरिष्ठ पत्रकार नरेंद्र कुमार ने कहा कि सामाजिक न्याय की परिकल्पना समाज में सदैव रही है. भारतीय समाज और संस्कृति ने इसके लिए हमेशा प्रयास किया है. उन्होंने त्रेतायुग में भारतीय समाज की संरचना पर प्रकाश डालते हुए कहा कि समाज के हर वर्ग के सरोकार की चिंता की गई है और किसी को भी अनदेखा नहीं किया गया है. उन्होंने कहा कि भगवान राम ने समाज के सभी वर्गों के साथ मिलकर रावण के खिलाफ लड़ाई लड़ी और वो सभी के पास गए.

अतिथि के तौर उपस्थित डॉ. उदय कुमार सिंहा ने कहा कि समाज के वंचित तबके के इस सफलता से यह बात साफ हो सकी है कि शिक्षा के प्रसार से ही समाज के हर वर्ग का विकास सुनिश्चित हो सकेगा. शाहाबाद महोत्सव के संयोजक अखिलेश सिंह ने कहा कि बाबा साहेब ने संघर्ष के साथ आगे बढ़ने की नसीहत दी थी. उन्होंने हमेशा कहा कि शिक्षित बनकर ही हम समाज के विकास की पहल कर सकते हैं. रेलकर्मी और लेखक वीरेंद्र पासवान ने कहा कि कार्यक्रम का उद्देश्य का राजनीति से कोई भी सरोकार नहीं है. महादलित समाज के सबसे नीचले तबके के युवा का एसएसबी में चयन एक प्रेरणा का स्त्रोत रहे इसके माध्यम से यह प्रयास किया जा रहा है. मौके पर बसपा प्रत्याशी सोना देवी, जनार्दन पासवान, राजू कुमार, मनीष सिंह, शशांक शेखर पासवान, रवि शेखर आदि मौजूद थे.

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