बिहार में लॉकडाउन लागू होने के पहले दिन रोहतास जिले के सड़कों पर पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों की चहलकदमी जारी रही. जिला मुख्यालय सासाराम से लेकर अन्य जगहों पर अधिकारी से लेकर पुलिसकर्मी तक मुस्तैद रहे. इस दौरान जो लोग कोरोना के गाइडलाइन की अनदेखी कर रहे थे. उनसे पुलिसकर्मियों ने घर से बाहर निकलने का कारण पूछा. कुछ लोगों ने संतोषजनक कारण नहीं बताया तो उनसे उठक-बैठक करवाया गया तो कहीं जुर्माना लगाया गया तो कहीं डंडे का स्वाद चखना पड़ा.
लोगों से अपील भी की जाती रही कि आप सब इसमें सहयोग करें. कोरोना महामारी से आपलोगों को बचाने के लिए यह लॉकडाउन लगाया गया है. यदि आप गलती करेंगे तो इसका खामियाजा आपका परिवार और समाज झेलेगा. इसलिए खुद तो इसका पालन करें हीं, अन्य लोगों को इसके लिए प्रेरित करें. बसों समेत अन्य वाहनों का परिचालन और दिनों की अपेक्षा कम रहा. सासाराम शहर में सुबह में 11 बजते ही एएसपी अरविंद प्रताप सिंह, सासाराम नगर थानाध्यक्ष कामाख्या नारायण सिंह समेत अन्य अधिकारियों के नेतृत्व में सुरक्षाकर्मियों की टोली शहर के चौक-चौराहों व मुख्य बाजार में पहुंच गई. वे लॉकडाउन के अनुपालन में जुट गए.
हालांकि सब्जी व किराना को छोड़ शहर की अधिकांश दुकानें सुबह से ही बंद रही. सड़क से लेकर रेलवे स्टेशन तक सन्नाटा पसरा रहा. लॉकडाउन का असर रेलवे पर भी देखने को मिला. प्लेटफार्म पर वैसे ही लोग दिखे, जो दूसरे शहर से वापस लौटे थे. एएसपी अरविंद प्रताप सिंह ने बताया कि जो कोई भी व्यक्ति कोविड-19 लॉकडाउन के अनुपालन को नहीं पालन करेगा उसपर विधिसम्मत कारवाई की जाएगी.