केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल के 12 अगस्त को पहली बार आरा आ रहे हैं। उस दिन आरा जंक्शन पर कई योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास किया जाएगा। आरा-सासाराम रेलखंड की विद्युतीकरण परियोजना का भी शिलान्यास करेंगे। आरा जंक्शन पर भी कई सारी यात्री सुविधाओं का उद्घाटन होगा।
आरा में रेल मंत्री के आने को लेकर तैयारी पूरी कर ली गयी है। पूरे स्टेशन परिसर से लेकर प्लेटफॉर्मों को सफेद रंगों से रंगा जा रहा है। 12 अगस्त को रेलमंत्री 98 किलोमीटर लंबे आरा-सासाराम रेलखंड पर विद्युतीकरण व दोहरीकरण की 91.29 करोड़ रुपये की सौगात का विधिवत शिलान्यास करेंगे। इस कार्य को अगले साल अगस्त तक पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जबकि आरा जंक्शन पर 35 से 40 करोड़ रुपये से कई शिलान्यास करेंगे। इस दौरान भोजपुर जिले के अंतर्गत विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर चार फुट ओवरब्रीज का शिलान्यास भी करेंगे। ये फुट ओवरब्रीज कारीसात, कुल्हड़िया, कोईलवर स्टेशन पर बनाए जाएंगे। इसके अलावा आरा रेलवे स्टेशन पर एक अतिरिक्त फुट ओवरब्रीज के निर्माण कार्य के साथ-साथ आरा रेलवे स्टेशन परिसर के विस्तार का कार्य भी प्रारंभ किया जाएगा।
वहीं आरा जंक्शन पर कई ट्रेनों का ठहराव होने के लिए रेल मंत्रालय से लेकर हाजीपुर जोन, दानापुर रेल मंडल तक मंथन चल रहा है। रेल सूत्रों के अनुसार आरा जंक्शन पर कई ट्रेनों का ठहराव होना है। जिसमें संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस, हावड़ा हरिद्वार एक्सप्रेस, इंदौर पटना एक्सप्रेस, विक्रमशिला एक्सप्रेस, अर्चना एक्सप्रेस सहित कई गाड़ियों का ठहराव आरा जंक्शन पर होना है। इसको लेकर टाइम टेबल पर बारीकी से ध्यान दिया जा रहा है। राजधानी एक्सप्रेस रोकने के लिए यहां के जागरूक नागरिक रेल मंत्री को अनुरोध पत्र देंगे।
बता दें कि रेल मंत्री 12 अगस्त को शाम 3 बजे पटना से हैलीकॉप्टर द्वारा पुलिस लाइन में उतरेंगे। उसके बाद पुनः 4:30 में पटना जायेंगे। रेल मंत्री के आगमन को लेकर रेल प्रशासन जी-जान से जुट गया है। रेल मंत्री का मंच निर्माण कराने के लिए पटना से टेंट मंगाकर काम चालू कर दिया गया है। रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर मार्बल लग रहा है। टीनशेड में चादर फिट की जा रही हैं, नाली को ढंका जा रहा है। फुट ओवरब्रिज का काम तेजी से चल रहा है।
वहीं अपने बिहार दौरे के दौरान वह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भी मिलेंगे। साथ ही उन्हें दीघा-पटना रेलवे ट्रैक की जमीन ट्रांसफर का पत्र भी सौंपेंगे। रेलवे यह जमीन बिहार सरकार को दे रही है। कहा जा रहा है कि बिहार सरकार इसपर फोर लेन सड़क निर्माण करवाएगी। पहले दीघा-पटना रेल ट्रैक पर सवारी गाड़ी का परिचालन होता था। फिलहाल यह रेल लाइन उपयोग में नहीं है। राज्य सरकार पटना के ट्रैफिक दबाव को कम करने के लिए लंबे समय से रेलवे से यह जमीन मांग रही थी।