कैमूर पहाड़ी की गोद में अवस्थित गुप्ताधाम तक पहुंचना अब आसान हो जायेगा. गुप्ताधाम तक जाने वाले पथ को और बेहतर किया जाएगा. श्रद्धालुओं को सुविधा को देखते हुए धाम तक पहुंचने के लिए सड़क की जाल बिछेगी. वन विभाग ने इस पर कार्रवाई शुरू कर दिया है. श्रद्धालुओं व आम लोगों को गुप्ताधाम आने-जाने में सुविधा मिलेगी. बादलगढ़ से गुप्ताधाम तक 21 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण किया जाएगा. इससे पर्यटकों को दुर्गावती जलाशय, शेरगढ़ किला, गुप्ताधाम जाने में सहूलियत होगी. वन विभाग की टीम ने इस सड़क की मापी कर योजना तैयार कर लिया है. इस सड़क के निर्माण होने से श्रद्धालुओं के साथ-साथ अधिकारियों व आम लोगों को आने-जाने में मश्कत नहीं करनी पड़ेगी.
कैमूर पहाड़ी पर सड़क निर्माण के लिए कोई टेंडर नहीं किया जाएगा. वन विभाग खुद सड़क का निर्माण कराएगा. फेयर वेदर रोड बनेगा. वन विभाग ने विभाग को प्रस्ताव तैयार करके भेज दिया है. बादलगढ़ से गुप्ताधाम तक बनने वाला सड़क पर निजी वाहनों के परिचालन पर प्रतिबंध रहेगा. निजी गाड़ियां बादलगढ़ तक ही जाएंगी. बादलगढ़ से गुप्ताधाम तक ईको विकास समिति के वाहनों का परिचालन होगा. उसी वाहन से श्रद्धालुओं व आमलोगों की ट्रासंपोर्टिंग होगी. वहीं निजी वाहनों के अवैध परिचालन पर निगरानी के लिए वन विभाग के कर्मी बादलगढ़ व धाम तक जाने वाले रास्ता पर तैनात रहेंगे. वन विभाग इस नियम के तहत सड़क निर्माण की योजना तैयार कर लिया है. वहीं बता दें कि ताराचंडी धाम के पास से भी गुप्ताधाम जाने के लिए पहाड़ी पर ताराचंडी -प्रकटनाथ मार्ग है. इस मार्ग से ट्रैक्टर के अलावा लग्जरी वाहन भी आमवाचुंआ तक पहुंचते हैं. इसके आगे का मार्ग अवरूद्ध है. श्रद्धालुओं को शेष रास्ते को पैदल ही तय करना पड़ता है.
रोहतास वन प्रमंडल पदाधिकारी प्रद्युमन गौरव ने बताया कि कैमूर पहाड़ी पर स्थित गुप्ताधाम से बादलगढ़ तक सड़क का निर्माण किया जाएगा. वन विभाग ने इस पर काम शुरू कर दिया है. 21 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण किया जाएगा. निजी वाहनों के परिचालन पर रोक रहेगी. ईको विकास समिति द्वारा वाहन परिचालन किया जाएगा.