राजधानी पटना के बाद अब रोहतास जिला में सूबे के दूसरे अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के लिए कोशिश शुरू हो गई है। राज्य सरकार ने जिले में सौ एकड़ जमीन उपलब्ध कराने के लिए जिला प्रशासन को कहा है। जमीन मुख्य सड़क के पास होनी चाहिए ताकि आवागमन में परेशानी न हो। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी चौबे पूर्व में एम्स स्थापना की घोषणा कर चुके हैं। उनका कहना है कि राज्य सरकार के जमीन उपलब्ध कराते ही नए एम्स का निर्माण कार्य शुरू करा दिया जाएगा।
रोहतास डीएम अनिमेष कुमार पराशर के मुताबिक सरकार ने एम्स की स्थापना के लिए सौ एकड़ भूमि मांगी है। भूमि चयन के लिए राजस्व विभाग के अधिकारियों की बैठक कर उन्हें निर्देश दिए गए हैं। एक सप्ताह के अंदर भूमि चयन करने का प्रतिवेदन उपलब्ध कराने को कहा गया है, ताकि सरकार को शीघ्र रिपोर्ट सौंपी जा सके। डीएम ने कहा कि एम्स के लिए कम से कम सौ एकड़ ऐसी भूमि की उपलब्धता सुनिश्चित करानी है, जो सड़क के समीप हो। सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर भूमि की उपलब्धता सुनिश्चित कराई जाएगी। वही जिले में एम्स खोलने की पहल से लोगों में खुशी है।
एम्स खुलने से रोहतास समेत आसपास के जिलों के अलावा यूपी के पूर्वी जिलों के लिए भी रोहतास में एम्स उपयोगी साबित होगा। लोगों को सुपर स्पेशियलिटी उपचार की सुविधा मिलेगी। उन्हें पटना, दिल्ली या अन्य बड़े शहरों में नहीं भागना पड़ेगा।