रोहतास जिले के लाल ने बिहार के खाते में एक बड़ी उपलब्धि जोड़ दी है. उसने लेह में देश की सबसे ऊंची ट्रैकिंग पीक माउंंट स्टोक कांगड़ी, (20,187 फीट) पर तिरंगा फहराया है। जिले के काराकाट प्रखंड के अमौरा निवासी योगी सिंह के पुत्र शिवशंकर सिंह ने चोटी पर तिरंगा के साथ नशामुक्ति का संदेश देता बिहार का झंडा भी लहराया है।
दिल्ली में रहकर सिविल सर्विस की तैयारी कर रहे शिवशंकर ने बताया कि रक्षा मंत्रालय के अधीन जवाहर इंस्टीट्यूट ऑफ माउंटेनियरिंग द्वारा ट्रैकिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। पूरे भारत से 62 युवाओं ने भाग लिया। यह 1 से 28 सितंबर तक जम्मू-कश्मीर के विभिन्न स्थानों पर आयोजित की गई। इसमें सोनमर्ग में रॉक क्लाइबिंग, रैपलिंग व बेश मेकिंग की ट्रेनिंग दी गई। इसके बाद मोर्चाई ग्लेशियर पर 2 प्वाइंट, 4 प्वाइंट क्रेवास रेस्क्यू ग्लेशियर मार्च आदि की ट्रेनिंग दी गई। वहीं 9 से 20 सितंबर तक लेह में हाइट गेन, शारीरिक दक्षता, एंड्युरनेश, जुमारींग रॉक क्लाइबिंग आदि की जांच की गई। जिसमें उसने बेहतरीन प्रदर्शन किया। लिखित परीक्षा व साक्षात्कार में सर्वोच्च स्थान प्राप्त कर माउंट स्टोक कांगड़ी के लिए रवाना होने वाली एडवांस टीम में जगह बनाई। 24 सितंबर को माउंट स्टोक कांगड़ी के लिए प्रस्थान किया। बाधाओं को पार करते हुए 25 सितंबर को सुबह 7:30 बजे चोटी पर फतेह कर इतिहास रच डाला। अपने पूरे कोर्स के दौरान शिवशंकर ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया, जिसे लेकर संस्थान की तरफ से ब्रिगेडियर अशोक अभय ने उसे कन्सुलेशन अवार्ड से सम्मानित किया।
चोटी पर पहुंच शिवशंकर ने राष्ट्रध्वज के साथ शराब मुक्त बिहार, बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ, स्वच्छ भारत अभियान तथा अंगदान महादान के नारों से लिखे बैनर को भी लहराया उन्होंने खुद भी अंगदान किया है, अपने शारीर के ऑर्गन व टिश्यू को एम्स दिल्ली के ओआरबीओ डिपार्टमेंट को गत वर्ष 70 वे स्वतंत्रता दिवस पर सेना के सम्मान में दान कर चुके हैं। इस चोटी को फतह करने के बाद उनकी नज़र अब माउंट एवरेस्ट को फतह करने की है।