रोहतास में पुलिस ने 2017 में सीआरपीएफ जवान हत्याकांड मामले का खुलासा किया है. मामले में गिरफ्तार अपराधकर्मी मोईन अंसारी पर डीआईजी ने 25 हजार इनाम की घोषणा की थी. गिरफ्तार अपराधकर्मी मृतक जवान की मंगेतर से एकतरफा प्यार करता था. लड़की की शादी फिक्स हुई तो उसने जवान को रास्ते से हटाने के लिए उसकी हत्या कर दी थी.
इस संबंध में जानकारी देते हुए एसडीपीओ कुमार संजय ने सोमवार को बताया कि गिरफ्तार अपराधकर्मी ने 18 अप्रैल 2017 में सीआरपीएफ जवान रामानुज तिवारी की गोली मारकर हत्या कर दी थी. 26 वर्षीय सीआरपीएफ जवान रामानुज तिवारी भोजपुर के बिहियां थाना क्षेत्र के तेघड़ा गांव के निवासी थे. वो 19वीं बाटालियन में ओडिशा में सिपाही के पद पर तैनात थे. उनकी शादी बिक्रमगंज के खैरा भुधर गांव के पूजा कुमारी के तय हुई थी. 2017 में ही वह पूजा से मिलने खैरा भूधर गांव आए थे. तभी मोईन अंसारी उर्फ मुन्ना अंसारी ने घर में घुसकर रामानुज को गोली मार दी थी, जिससे जवान की मौके पर ही मौत हो गई थी. मामले में मृतक जवान के परिजनों द्वारा बिक्रमगंज थाने में प्राथमिकी दर्ज करवाया गया था.
पुलिस ने मामले की गंभीरता को लेते हुए जांच शुरू की. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए पूजा कुमारी, उसके भाई नीरज कुमार, इंदु कुंअर और उनके निशानदेही पर मोईन अंसारी को अभियुक्त बनाकर गिरफ्तार किया था. पूजा, उसके भाई और मां को जमानत मिल गई थी, जबकि मोईन फरार चल रहा था. फरार चल रहे मोईन अंसारी पर शाहाबाद डीआईजी ने 25 हजार के इनाम की घोषणा की थी. उसकी गिरफ्तारी के लिए एसपी रोहतास ने विशेष टीम का गठन किया था. टीम ने बिक्रमगंज पुलिस की सहायता से मोईन को टेढ़की पुल के पास से गिरफ्तार किया है. उसका आपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है.
एसडीपीओ ने बताया कि मामले में खुलासा हुआ कि पूजा अपने परिवार के साथ आरा में रहती थी. वहां पड़ोस में रहने वाले मोईन अंसारी से उसकी दोस्ती हो गई थी. दोनों के बीच बातचीत होती थी. मोईन समझता था कि लड़की उससे प्रेम करती है, इसलिए मिलती और बात करती है. इस बीच पूजा की शादी ठीक हो गई. जब मोईन को पूजा के मंगेतर के गांव पहुंचने की जानकारी मिली तो वह बाइक से वहां पहुंचा और घर में घुसकर मंगेतर रामानुज तिवारी को गोली मार दी थी.