‘अगर कोई कर सकता है तो मैं क्यो नही क्या है उन में ऐसा जो मुझमें नही.’ इसी पंक्ति के साथ सूर्यपुरा प्रखण्ड के गोशलडीह पंचायत के सुअरा गाँव की बेटी गीता ने छोटी उम्र में इतिहास रच डाला है. गाँव के परिवेश में पली-बढ़ी गीता पुष्पम का राष्ट्रीय मिनी बालिका वालीबॉल में चयनित होने उसके गाँव, प्रखण्ड सहित पूरे जिला में खुशी का मौहाल है. सूर्यपुरा प्रखंड के गोशलडीह पंचायत के सुअरा गांव निवासी चितरंजन सिंह माता नीतू देवी छोटे किसान के परिवार में वर्ष 2006 में जन्मी प्रथम पुत्री गीता पुष्पम सातवीं वर्ग की छात्रा है. जिसका चयन भागलपुर के बिहपुर में आयोजित प्रतियोगिता में बिहार राज्य मिनी बॉलीबाल प्रतियोगिता के 12 सदस्यों के बालिका टीम में किया गया है. जो आगामी 24 अप्रैल से 28 अप्रैल तक मिजोरम के आइजोल में आयोजित होने राष्ट्रीय मिनि बॉलीबाल चैंपियनशिप में बिहार के तरफ से खेलेगी. 20 अप्रैल को बारह सदस्यों की बालिका टीम के साथ पटना से ब्रमपुत्र रवाना होगी. गीता बचपन से ही खेल में रूचि रखती थी.
इस सम्बंध में गीता पुष्पम के कोच सह बाल संस्कार शाला नटवार के संचालक संतोष कुमार ने बताया कि गीता पुष्पम तथा गायत्री पुष्पम दोनों सगी बहनें है जो पढ़ाई-लिखाई के साथ ही खेलकूद में भी काफी रुचि रखती है और अवल रहती है.
रिपोर्ट- जयराम