मन मे लग्न और कुछ करने की दृढइच्छा शक्ति हो तो इंसान के लिए कोई भी कार्य नामुमकिन नहीं है. इसे बघैला थाना क्षेत्र के सियावक राजनगर निवासी किसान कृष्णा सिंह के पुत्र रवि कुमार सिंह ने चरितार्थ कर दिखाया है. भारतीय थलसेना में लेफ्टिनेंट बन रवि ने गांव के साथ-साथ अपने जिले का भी नाम रौशन किया है. भारतीय सैन्य अकादमी देहरादून में गत आठ जून को हुए पासिग आउट परेड के बाद उनका चयन लेफ्टिनेंट पद पर किया गया.
एक साधारण किसान परिवार में जन्मे रवि कुमार की प्रारंभिक शिक्षा गांव के स्कूल से शुरू हुई. मैट्रिक शौण्डिक हाई स्कूल राजपुर व आइएसी की परीक्षा श्रीशंकर कॉलेज तकिया सासाराम से पास की थी. मध्य विद्यालय सियावक के पूर्व प्रधानाध्यापक रणविजय बहादुर सिंह ने बताया कि रवि शुरू से ही कुशाग्र बुद्धि का छात्र था. अपनी क्लास में हमेशा प्रथम स्थान पर रहा.
पासिग आउट परेड के दौरान अपने पुत्र को बैच पहनाते माता-पिता फूले नहीं समा रहे थे. पिता कहते हैं कि रवि कुमार सिंह ने 2015 में प्रथम प्रयास में ही सफलता हासिल कर भारतीय सैन्य अकादमी में दाखिला लिया था. रवि अपनी सफलता का श्रेय अपने किसान पिता कृष्णा सिंह व गृहणी माता इंदु सिंह को देते हुए कहा कि मेरी मां और पिताजी हमेशा मेरा हौसला बढ़ाते रहे, उसी का यह परिणाम है. प्रतियोगी परीक्षा में लगे युवाओं से कहा कि यदि मन में कुछ कर गुजरने की ललक और जज्बा हो, तो गरीबी कभी बाधक नहीं बन सकता. गरीबी के कारण अपने सपने व लक्ष्य को नही छोड़ना चाहिए, बल्कि संघर्ष कर उसे हासिल किया जा सकता है.