स्वच्छता सर्वेक्षण द्वारा जारी रिपोर्ट में डिहरी को 395 तो सासाराम नगर परिषद को देश में 411वीं रैंक प्राप्त हुआ है. रिपोर्ट के अनुसार इस साल डेहरी नगर परिषद का प्रदर्शन सासाराम नगर परिषद से बेहतर रहा है. गत वर्ष की तुलना में डेहरी नगर परिषद 417वां स्थान से छलांग लगाकर 395वां स्थान पर पहुंच गया है. वहीं वर्ष 2018 में सासाराम 420वां स्थान प्राप्त था. इसका प्रदर्शन राजधानी पटना से बेहतर है. पटना को इस साल 318 वां स्थान मिला है. देश में स्वच्छता सर्वेक्षण का कार्य वर्ष 2014 से प्रारंभ है. इस साल केवल अमरूत योजना के तहत चयनित नगर निकायों को ही इसमे शामिल किया गया था. किसी कारण से वर्ष 2015 में सर्वेक्षण का कार्य पूरा नहीं हो सका.
केन्द्र सरकार ने पुन: 2016 से सर्वेक्षण कार्य प्रारंभ किया. इस साल सर्वेक्षण के लिए मात्र 37 निकायों का चयन किया गया. वर्ष 2017 के स्वच्छता सर्वेक्षण में पहली बार सासाराम नगर परिषद को शामिल किया गया. इस वर्ष के सर्वेक्षण मे कुल 434 शहर को शामिल किया गया था. इसमें सासाराम को 278 वां रैंक प्राप्त हुआ था. जबकि वर्ष 2018 मे 4203 शहरो के सर्वेक्षण में सासाराम को 420 वां स्थान मिला था. इस साल के सर्वेक्षण मे 34 नए शहरों को शामिल किया गया था. अर्थात इस साल के सर्वेक्षण में कुल 4237 शहर को शामिल किया गया था. इसमें डेहरी को 395 तथा सासाराम को 411 स्थान प्राप्त हुआ है. हालांकि रैंकिग मे सुधार का कारण शहरों की संख्या में बढ़ोतरी को भी माना जा रहा है.
बता दें कि वर्ष 2019 के स्वच्छता सर्वेक्षण में कई बदलाव किए गए थे. इस साल शहरों की संख्या में वृद्धि के साथ-साथ उनके मानक तथा अंक में भी बदलाव किया गया था. वर्ष 2018 मे स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए कुल चार हजार का अंक निर्धारित था. जबकि इस साल एक हजार की बढ़ोतरी कर पांच हजार कर दिया गया था. ओडीएफ व कचरा निस्तारण के कार्य को प्रमुखता दी गई थी. कई निकाय दस्तावेजों के अपलोड नही करने के कारण सर्वेक्षण मे पिछड़ गए.