रोहतास: किशोर ने रची खुद के अपहरण की साजिश, पिता को कराया धमकी भरा फोन और मांगी फिरौती, जानें- कैसे हुआ पर्दाफाश

रोहतास में अपहरण का एक दिलचस्प मामला सामने आया है. जहां एक किशोर ने परिवार से एक लाख रुपये निकलवाने के लिए अपने ही अपहरण की झूठी कहानी रच डाली. हालांकि परिवार ने खौफ में आकर पुलिस से मामले की शिकायत कर दी. जब पुलिस ने साइबर सेल की मदद से जांच शुरू की और लोकेशन ट्रेस कर मौके पर पहुंची, तब इस झूठी कहानी का खुलासा हुआ.

मामला दावथ थाना क्षेत्र के डोमा डिहरी गांव का है. जहां का एक किशोर जुए में रुपये हार जाने के बाद किशोर ने अपहरण का नाटक किया था. दो दिनों में केस को सुलझाने में सफल पुलिस के अनुसार परिवार से रुपये ऐंठने के लिए खुद अपने अपहरण का नाटक रच डाला था. थानाध्यक्ष अतवेंद्र कुमार सिंह के मुताबिक डोमा डिहरी गांव निवासी योगेंद्र यादव की पुत्री कंचन कुमारी ने अपने 17 वर्षीय भाई के अपहरण की आशंका जताते हुए तीन दिन पूर्व थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई थी.

आवेदन के मुताबिक किशोर ने बुधवार की सुबह बिक्रमगंज जाने के लिए मलियाबाग से ऑटो पकड़ा था. उसके बाद से उसका मोबाइल बंद बता रहा था. जिसके बाद अपहरण की आशंका जताई गई थी. पुलिस ने आवेदन प्राप्त होते ही सनहा दर्ज कर किशोर की सकुशल बरामदगी के लिए कार्रवाई शुरू कर दी. उसके बाद स्वजनों ने बताया कि किशोर के मोबाइल नंबर से उसके पिता के नंबर पर मैसेज आया कि आपके पुत्र का अपहरण हो चुका है. हमारे बताए हुए जगह पर एक लाख रुपये पहुंचा दें, वर्ना आपके पुत्र की हत्या कर दी जाएगी.

मैसेज मिलने के बाद उसके परिवार वाले काफी घबरा गए. इसके बाद किशोर ने अपने खुद पिता को फोन भी किया कि मैं मलियाबाग से ऑटो से बिक्रमगंज जा रहा था, कि रास्ते में अपराधियों ने रुमाल सुंघा कर बेहोश कर मेरा अपहरण कर लिया है. मुझे इन लोग कहां रखा है, पता नहीं है. ये लोग कह रहे हैं कि एक लाख रुपये नहीं मिले तो जान से मार देंगे. फिर गुरुवार की शाम मोबाइल पर मैसेज भेजा गया कि तत्काल 50 हजार पहुंचाओ वरना, इसे जान से मार दिया जाएगा. इसके बाद स्वजनों ने पुलिस से संपर्क कर सारी बात बताई. उसके बाद मोबाइल फोन से उसके नंबर पर 50 हजार रुपये भेजा गया.

इस बीच एसपी आशीष भारती के निर्देश पर पुलिस की साइबर टीम सक्रिय हो चुकी थी. पुलिस ने जब अपहरणकर्ता के मोबाइल की लोकेशन ट्रेस कराई तो लोकेशन सासाराम मिली, जिसके बाद लोकेशन के मुताबिक पुलिस की टीम सासाराम स्टेशन के पास पहुंची, तब इस झूठे अपहरणकांड का खुलासा हुआ और किशोर को बरामद कर लिया गया. जब पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की तो, उसने सच्चाई बताई कि वह मोबाइल पर व अन्य जुए के खेल में काफी रुपये हार चुका है, इसलिए स्वजनों से रुपये ऐंठने के लिए खुद का ही अपहरण का नाटक कर डाला. एसपी ने नाबालिग होने के चलते उसके स्वजनों को सौंपने का निर्देश दिया है.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here