रोहतास में 53155 स्टूडेंट्स देंगे इंटर परीक्षा: बिक्रमगंज सिर्फ छात्राओं के लिए, मास्क लगाने के साथ यह भी होगा अनिवार्य

फाइल फोटो

रोहतास जिले में एक फरवरी से शुरू होने वाली इंटरमीडिएट परीक्षा 2022 के लिए तैयारियों को अंतिम रूप देने में शिक्षा विभाग लग गया है. इसके लिए परीक्षा केंद्र वाले विद्यालयों में छात्रों के बैठने की समुचित व्यवस्था की जा रही है. परीक्षा में कोविड गाइड लाइन का ख्याल भी रखना है इसको ध्यान में रखकर ही सभी तैयारियां हो रही हैं. परीक्षा केंद्रों पर दंडाधिकारी सुबह आठ बजे उपस्थित रहेंगे. जबकि एसडीओ और एसडीपीओ विधि व्यवस्था की कमान संभालेंगे.

इंटर परीक्षा को कदाचार मुक्त और शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए डीएम धर्मेन्द्र कुमार ने केंद्राधीक्षकों के साथ बैठक की, जिसमें परीक्षा के सफल संचालन को लेकर कई आवश्यक दिशा निर्देश दिए. परीक्षा केंद्रों पर पीने का पानी, लाइटिंग, बेंच-डेस्क, सीसीटीवी कैमरा, वीडियोग्राफी आदि की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया. डीएम ने कहा कि परीक्षार्थियों को जूता मोजा पहन कर परीक्षा देने की अनुमति दी गई है. बताया कि परीक्षार्थियों को परीक्षा शुरू होने से कम से कम 10 मिनट पहले परीक्षा केंद्र में प्रवेश कर लेना आवश्यक है. देर से आने वाले प्रत्याशियों को परीक्षा में शामिल होने की अनुमति नहीं दी जाएगी.

प्रथम पाली के परीक्षार्थी को सुबह 9.20 व द्वितीय पाली में दोपहर 1:35 बजे तक ही परीक्षा भवन में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी. परीक्षा में कुल 53,155 स्टूडेंट्स भाग लेंगे. जिनमें 26,562 छात्राएं एवं 26,593 छात्र परीक्षार्थी शामिल हैं. जिसके लिए 60 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं. बिक्रमगंज में सिर्फ छात्राओं का परीक्षा केंद्र बनाया गया है. स्टैटिक दंडाधिकारी को निर्देश दिया गया कि परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्र के मुख्य द्वार पर अनिवार्य रूप से जांच कर उनके प्रवेश पत्र को देखकर अंदर प्रवेश की अनुमति दी जाए.

केंद्र पर प्रत्येक परीक्षार्थी की तीन बार तलाशी ली जाएगी. दो बार केंद्र में और एक बार वीक्षक परीक्षा शुरू होने के पहले हॉल में जांच करेंगे. एक वीक्षक पर 25 छात्रों के जांच करने की जिम्मेवारी दी गई है. जांच के बाद वीक्षक को शपथ पत्र भी भरना होगा. इसके बाद कोई भी परीक्षार्थी नकल करते पकड़ा गया, तो वीक्षक पर भी कार्रवाई होगी. कहा कि सभी परीक्षा केंद्रों के बाहर परीक्षा अवधि में दंड प्रावधान संहिता की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू रहेंगे. सीसीटीवी से निगरानी के साथ-साथ छात्र-छात्राओं के प्रवेश से लेकर पूरी परीक्षा की वीडियोग्राफी भी कराई जाएगी.

उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन हर हाल में सुनिश्चित किया जाए. मास्क, सैनिटाइजर का प्रयोग अवश्य करें, साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन सुनिश्चित किया जाए. प्रवेश द्वार पर थर्मल स्क्रीनिंग जांच करानी होगी. परीक्षा में पहली बेंच पर दो छात्र उसके ठीक पीछे वाली पर एक और उसके पीछे वाली बेंच पर दो परीक्षार्थी को बैठाया जाएगा. कोई भी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण पूर्णतः प्रतिबंधित रहेंगे. परीक्षा में वीक्षक को भी मोबाइल रखने की अनुमति नहीं है.

डीएम ने कहा कि गश्ती दल दंडाधिकारी अपने सभी संबद्ध परीक्षा केंद्रों का प्रश्न पत्र केंद्राधीक्षक को प्राप्त कराएंगे एवं परीक्षा समाप्ति के उपरांत उत्तर पुस्तिकाओं को निर्धारित वज्रगृह में अपनी सुरक्षा में लेकर सुरक्षित पहुंचाना सुनिश्चित करेंगे. परीक्षा को स्वच्छ और निष्पक्ष एवं कदाचार रहित वातावरण में संचालन कराने के उद्देश्य से आपातकालीन परिस्थितियों से निपटने के लिए जिला नियंत्रण कक्ष से हर पल मॉनिटरिंग किया जाएगा. जिला नियंत्रण कक्ष में प्राथमिक उपचार से संबंधित दवाओं के साथ चिकित्सक, पैरामेडिकल कर्मी सहित एंबुलेंस एवं अग्निशामक वाहन की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है.

उन्होंने कहा कि महिला एवं पुरुष परीक्षार्थियों की फ्रिस्किंग सुनिश्चित की जाए. छात्राओं वाले परीक्षा केंद्रों पर एक महिला डॉक्टर की भी व्यवस्था की जाएगी. इंटरमीडिएट वार्षिक परीक्षा को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के उद्देश्य से 93 स्टैटिक दंडाधिकारी महिला दंडाधिकारी, 17 गश्ती दल दंडाधिकारी, 9 उड़नदस्ता दल दंडाधिकारी की प्रतिनियुक्ति की गई है. उन्होंने संबंधित पदाधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि वे अपने कर्तव्य एवं दायित्व का समय से निर्वहन करना सुनिश्चित करेंगे, साथ ही स्वच्छ, निष्पक्ष एवं कदाचार मुक्त वातावरण में परीक्षा का संचालन करना सुनिश्चित करेंगे.

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