रोहतास प्रखंड मुख्यालय के समीप बाजार में लावारिश स्थिति में भटक रही महिला मुनिया देवी पति अशोक सिंह बक्सर को सोशल मीडिया व समाज सेवियों के सहयोग से परिजनों से मिलाया गया. मिली जानकारी के अनुसार रोहतास बाजार में देर रात एक महिला भटक रही थी. उसके इस तरह भटकने के क्रम में स्थानीय समाजसेवी तोराब नियाजी की नज़र उसपर पड़ी. उन्होंने स्थानीय समाजसेवियों जीसान खान व खादीम अंसारी की सहायता से उक्त महिला के भटकने के कारण व उनके घर, परिवार की प्रारम्भिक जानकारी हासिल की.
महिला अर्द्ध विक्षिप्त व भूखी थी. इनलोगों ने पहले उनको भोजन व पानी उपलब्ध कराया फिर इसकी सूचना तत्काल स्थानीय पुलिस को दी. रोहतास थानाध्यक्ष सुबोध कुमार ने इसे गंभीरता से लेते हुए उक्त महिला को महिला पुलिस अधिकारी माधुरी कुमारी के संरक्षण में सुरक्षित कर उनके घर व उनके परिजनों तक पहुचाने का पहल किया. सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद बक्सर के रघुनाथपुर से महिला के परिजन स्थानीय थाना पहुंचे, जहाँ से कानूनी प्रक्रिया पूरी कर उक्त महिला को अपने साथ ले गए.
उक्त महिला के परिजन बक्सर निवासी सुरेंद्र सिंह ने बताया कि महिला के एक भाई हरेंद्र सिंह सेना में शहीद हो गए थे. महिला को लेने आए उसके भाई बक्सर निवासी सुरेंद्र सिंह ने बताया कि महिला के एक भाई हरेंद्र सिंह सेना में शहीद होने के बाद में सदमा बर्दाश्त नहीं कर सकी और विक्षिप्त हो गई थीं. उस दौरान वह सदमा बर्दाश्त नहीं कर सकी और विक्षिप्त हो गई थीं. 27 जून से वह अपने परिजनों से भटक गई थीं. अब 17 दिन बाद अपने परिजनों से मिलकर महिला के आंखों से आंसू निकल पड़े. परिजनों ने युवाओं एवं रोहतास थाने की पुलिस को धन्यवाद दिया कि उनकी भटकी बहन को वापस मिला दिया.