सासाराम के सदर अस्पताल परिसर सदर अस्पताल परिसर में मानवता को शर्मशार करने वाली घटना रविवार को देखने को मिली. जिला यक्ष्मा केंद्र के बाहर रविवार को एक अविकसित बच्चे के मृत भ्रूण को फेंका हुआ पाया गया. जिसे देखने के लिए स्थानीय लोगों एवं स्वास्थ्य कर्मियों की भीड़ लग गई. तत्काल स्वास्थ्य कर्मियों ने इसकी सूचना पुलिस को दी है. इसके बाद मौके पर पुलिस पहुंची. मौके पर पहुंची पुलिस उस नवजात बच्चे की डेड बॉडी को कब्जे में ले लिया है.
पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू कर दी है. अस्पताल परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरा खंगाली जाएगी. किस परिस्थिति में अस्पताल परिसर में इस प्रीमेच्योर मृत नवजात के भ्रूण को फेंका गया. पुलिस की जांच पड़ताल के बाद ही पता चल सकेगा. सदर अस्पताल के एक स्वास्थ्य कर्मी राजेश कुमार ने बताया कि अचानक लोगों की इस मृत नवजात शिशु पर नजर पड़ी तो देखने के लिए भीड़ इकट्ठा हो गई है. घटना को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हो रही थी. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि नवजात को एक कुत्ता लेकर जा रहा था. कर्मियों की नजर पड़ी तो वह नवजात को छोड़कर भाग निकला. नवजात को फेंके होने की सूचना आग की तरह फैल गई.
उधर, अस्पताल में फेंके गए नवजात के शव को देखकर हर किसी की आंखों नम हो जा रही थी. इस तरीके के कृत्य को देखकर महिलाओं ने बताया कि उक्त भ्रूण 5 माह के बच्चे का है. किसी ने कहा कि 5 माह के बच्ची का है. स्थानीय लोगों ने इसकी निंदा करते हुए कहा कि यह इंसान का अमानवीय करतूत है. भ्रूण हत्या महापाप है. इस मासूम प्रीमेच्योर मृत शिशु के शव को जिस तरह से फर्श पर फेंक दिया गया है. इसकी जितनी भी निंदा की जाए वह कम है. अगर बच्चा मृत ही पैदा हुआ था तो उसे दफना देने की आवश्यकता थी. लेकिन इंसान का यह माननीय करतूत बहुत ही निंदनीय है.