रोहतास जिले में 33 परीक्षा केंद्रों पर पहले दिन गुरुवार को कड़ी सुरक्षा के बीच दोनों पालियों में बीपीएससी की विद्यालय अध्यापक प्रतियोगिता परीक्षा शांतिपूर्ण ढ़ंग से कदाचार मुक्त संपन्न हो गई. प्रथम पाली 10 बजे से 12 बजे तथा द्वितीय पाली अपराह्न 3:30 से 5:30 बजे तक शांतिपूर्ण परीक्षा ली गई. प्रथम पाली में 19 हजार 895 परीक्षार्थियों में से 13 हजार 327 परीक्षार्थी परीक्षा में उपस्थित रहे, जबकि 6 हजार 568 अनुपस्थित रहे. दूसरी पाली में 19 हजार 558 परीक्षार्थियों में से 12 हजार 211 परीक्षार्थी ही परीक्षा में शामिल हुए. जबकि 7 हजार 347 अनुपस्थित रहे. यानि दोनों पाली में कुल 39 हजार 453 परीक्षार्थियों में से 13 हजार 915 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे.
परीक्षा के दौरान जिले के प्रभारी सचिव पंकज कुमार, डीएम धर्मेंद्र कुमार, एसपी विनीत कुमार एवं डीडीसी शेखर आनंद समेत अन्य आलाधिकारियों ने केंद्रों पर लगातार भ्रमणशील होकर निरीक्षण करते रहे. सभी 33 परीक्षा केंद्रों पर दंडाधिकारी व पुलिस पदाधिकारी की प्रतिनियुक्ति थी. परीक्षा केंद्रों पर प्रवेश करने से पहले परीक्षार्थियों को सुरक्षा से गुजरना पड़ा. केंद्रों पर जैमर लगाया गया था. साथ ही सीसीटीवी कैमरे से निगरानी की जा रही थी. इसके लिए कलेक्ट्रेट में निगरानी और नियंत्रण कक्ष बनाया गया था. जहां एडीएम चंद्रशेखर प्रसाद सिंह मौजूद थे.
इधर, बिहार के विभिन्न जिलों व अन्य राज्यों से परीक्षा देने आए अभ्यर्थियों को परेशानी का सामना करना पड़ा. हजारों की संख्या में शिक्षक अभ्यर्थी रेलवे स्टेशन पर रात गुजार रहे, क्योंकि शहर के सभी होटल और लॉज पहले से बुक हो चुके थे. वहीं, कुशवाहा भवन और महात्मा फुले मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में परीक्षार्थियों को रहने एवं ठहरने की निशुल्क व्यवस्था की गई है, ताकि बिहार के विभिन्न जिलों व अन्य राज्यों से आए थके हारे परीक्षार्थियों को कोई परेशानी ना हो. हालांकि यह दोनों जगह भी शाम होते-होते परीक्षार्थियों से भर गया. बता दें कि शिक्षक के लिए बिहार लोक सेवा आयोग की ओर से एक लाख 70 हजार 461 पदों पर परीक्षा हो रही है. तीन दिन तक चलने वाली इस परीक्षा में आठ लाख 15 हजार परीक्षार्थी शामिल होंगे.