रोहतास: जालसाजी कर नियोजन का लाभ लेने के आरोप में दो शिक्षकों पर मुकदमा दर्ज

फाइल फोटो

फर्जी प्रमाणपत्र पर शिक्षक की नौकरी पाने वालों के खिलाफ कार्रवाई तेज हो गई है. रोहतास में जिला शिक्षा पदाधिकारी संजीव कुमार के निर्देश पर धोखाधड़ी एवं गैरकानूनी तरीके से नियोजन का लाभ लेने वाले दो शिक्षकों पर नटवार थाने में प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी सलिल कुमार द्वारा प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. जानकारी के अनुसार प्रखंड शिक्षक प्रेमचंद प्रसाद गुप्ता मध्य विद्यालय बलिया तथा संतोष प्रसाद गुप्ता मध्य विद्यालय पूर्वी भेलारी द्वारा वर्ष 2008 में नियोजन प्रक्रिया में धोखाधड़ी तथा गलत तरीके से प्रमाण पत्र जमा कर नियोजन का लाभ लिया गया है.

बीडीओ संजय कुमार दास ने शिक्षकों से तीन-तीन बार प्रमाण पत्रों के बारे में स्पष्टीकरण मांगा गया जो संतोषजनक नहीं था. नियोजन के समय में दिए गए प्रमाण पत्रों से स्पष्ट होता है कि स्पष्टीकरण में दो प्रशिक्षण प्रमाण पत्र भिन्न-भिन्न तिथि, प्राप्तांक एवं संस्थान का समय समय पर प्रस्तुत किया गया है. नियोजन के समय प्रस्तुत प्रमाण पत्र 2005-07 प्राचार्य टीचर ट्रेनिंग कॉलेज ऑफ इंडिया, गया द्वारा संलग्न किया गया है तथा स्पष्टीकरण में वर्ष 2010 में बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा निर्गत किया गया है, जबकि दोनों शिक्षकों की नियुक्ति मेधा सूची के अनुसार वर्ष 2008 है.

जिससे स्पष्ट होता है कि शिक्षकों ने धोखाधड़ी से नियोजन का लाभ प्राप्त किया है. दोनों शिक्षकों द्वारा वेतन मद के रूप में ली गई सरकारी राशि 18 लाख 40 हजार 341 रुपये को सरकार के खाते में जमा कराते हुए नियुक्ति प्राधिकार इकाई द्वारा नियुक्ति रद्द करने का निर्णय लिया गया है. थानाध्यक्ष संतोष कुमार सिंह के मुताबिक प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी के बयान पर उक्त दोनों शिक्षक के विरुद्ध धोखाधड़ी, जालसाजी तथा वेतन मद में सरकारी राशि प्राप्त करने का आरोप के आधार पर प्राथमिकी दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है.

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