समाज सुधार अभियान के दौरान सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सासाराम के न्यू स्टेडियम फजलगंज में आयोजित कार्यक्रम में जीविका दीदियों से संवाद किया और लोगों को भी संबोधित किया. सीएम ने दीप प्रज्वलित कर विधिवत कार्यक्रम का शुभारंभ किया. इस मौके पर सीएम ने रोहतास, भोजपुर, कैमूर और बक्सर के जीविका दीदियों से संवाद किया. जीविका दीदियों ने समाज सुधार में किए गए अपने कार्य और अनुभव को मंच से साझा किया.
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि हमने नशा मुक्ति के लिए अभियान चलाकर 2017 में मानव श्रृंखला बनाकर लोगों को जागरुक किया. दहेज प्रथा पर रोक और बाल विवाह प्रतिबंध पर 2018 में मानव श्रृंखला बना जागरुक किया गया. मुख्यमंत्री ने कहा कि जहरीली शराब पीने से 44 लोगों की मौत हुई. जिसके बाद शराबबंदी कानून को सख्ती से पालन करने के लिए अभियान चलाने का निर्णय लिया गया. उन्होंने कहा कि सासाराम में खासकर संवाद व बैठक करने का मुख्य उद्देश्य रहा है कि इस इलाके के लोग जागरूक हैं. साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें पल-पल की जानकारी है. अभी भी पड़ोस के राज्यों से शराब की खेप लाई जा रही है. कार्यवाही भी हो रही है लेकिन प्रशासन के साथ-साथ आम लोगों को भी सतर्क और सजग रहने की जरुरत है ताकि कोई इधर-उधर से गड़बड़ करके शराब नहीं ला सके.
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि गड़बड़ लोग कहते रहे कि बाहर से आने वालों को कुछ-कुछ लेने दीजिए. इसी पर उन्होंने मंच से ऐलान किया कि हम कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे. जिन्हें शराब पीकर बिहार आना है, मत आइए बिहार. उन्होंने कहा कि विरोधी प्रचार करते रहे कि बिहार में शराब बन्द होने से टूरिस्ट नही आएंगे लेकिन ऐसा हुआ नहीं. इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ा. शराबबंदी के बाद भी बिहार में दो करोड़ पर्यटक आए हैं. जो पहले की तुलना में काफी अधिक है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2005 से बिहार में लगातार काम कर रहा 16 वर्षों में बच्चों की पढ़ाई स्वास्थ्य समाज में बेहतरी के लिए कार्य किया गया है. हम सेवा में विश्वास करते हैं समाज सुधार अभियान इसी कड़ी में है. 2015 में बिहार की महिलाओं ने शराब बंदी की मांग की थी. जिसके बाद 26 नवंबर 2015 को इसे बंद किया गया. मुख्यमंत्री ने कहा कि बापू ने भी कहा था कि मुझे एक घंटे के लिए भारत का तानाशाह बना दीजिए, एक घंटे में शराब दुकानों को बिना क्षतिपूर्ति के बंद करा दूंगा. विश्व स्वास्थ्य संगठन के रिपोर्ट में कहा गया है कि आपसी झगड़े 18 प्रतिशत शराब के कारण होती है. दुनिया भर में 27 प्रतिशत लोग सड़क दुर्घटना में शराब पीकर वाहन चलाने से मरते हैं. शराब से दो सौ बीमारियां होती है और लाखों लोग मरते है. यह जन जन तक आप सभी लोगों को बताएं. क्योंकि शराब के कारण जब इतनी परेशानियां होती है तो इसे हाथ ही क्यों लगाएं.
उन्होंने कहा कि समाज सुधर यात्रा राज्य को नशामुक्ति, दहेज एवं बाल विवाह से मुक्ति के लिए निकाली गई है. हम इसे अंजाम तक पहुंचा के रहेंगे. उन्होंने कहा कि अब चोरी चुपके शराब खरीद पीओगे तो दो नंबर का शराब पी मरोगे. जागरूकता एवं कड़ाई दोनों से मिलकर शराबबंदी सफल होगी. अपने संबोधन में नीतीश कुमार ने अपने 16 साल के शासन काल में किए गए विकास कार्यो की याद दिलाई. शिक्षा, स्वास्थ्य, कानून व्यवस्था के क्षेत्र में किए काम गिनाएं. बालिकाओं के लिए चलाए जा रहे योजनाओं को बताया. कहा कि महिला के शिक्षित एवं सशक्त होने से दहेज एवं बाल विवाह खत्म होगा और परिवार में कोई शराबी भी नहीं होगा. कार्यक्रम में बेहतर काम करने वाले स्वयं सहायता समूहों को सीएम ने पुरस्कृत भी किया. कार्यक्रम को मुख्य सचिव, डीजीपी, मद्य निषेध मंत्री, स्वास्थ्य मंत्री, कृषि मंत्री, अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री ने भी संबोधित किया.