रोहतास जिले के कैमूर पहाड़ी पर स्थित रोहतासगढ़ पंचायत के नागा टोली, बभन तालाब व अन्य गांव में पेड़ व पेड़ की हरीभरी डाली काटना मना है. यह नियम खुद वनवासियों ने बनाया है. इस नियम का देखभाल खुद यहां के वनवासी करते हैं और नियम तोड़ने वालों पर जुर्माना भी लगता है. यदि यह भावना सभी जगह आ जाए तो पर्यावरण संरक्षण का कार्य सहज हो जायेगा.
जब यह बात रोहतास वन प्रमंडल पदाधिकारी को तक पहुंची तो वो खुद पहाड़ी के इन गांवों के लोगों को सम्मानित करने पहुंच गए. इसके लिए वन विभाग द्वारा रोहतासगढ़ किला परिसर में वन संरक्षण पर ग्रामीणों के साथ परिचर्चा कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम के दौरान रोहतास डीएफओ प्रदुमन गौरव ने दर्जनों वनवासियों को वन रक्षा व वन क्षेत्र में बेहतर कार्य के लिए अंग वस्त्र से सम्मानित किया.
वही ग्रामीणों द्वारा भी डीएफओ को सम्मानित किया गया. डीएफओ ने कहा कि यह स्पष्ट है कि वन संपदा पर वनवासियों का ही अधिकार है. वन संरक्षण में आपलोग पिछले कई वर्षों से कार्य कर रहे हैं. यह प्रशंसनीय है. इस जागरूकता को अगल-बगल के क्षेत्रों में भी बताईये. इस प्रयास से वन विभाग और ग्राम वासियों के बीच अच्छे संबंध बने हैं. पहाड़ पर विकास के कार्य हो रहे हैं.
उन्होंने कहा कि जीविका के साथ-साथ वृक्ष और जंगली जानवरों के बारें में भी हमें सोचना होगा. वनवासियों ने वन विभाग द्वारा पहाड़ी पर जंगल में वन विभाग द्वारा किए जा रहे कार्यों का प्रशंसा किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व मुखिया कृष्णा सिंह ने की. मौके पर शाहाबाद महोत्सव आयोजन समिति के संजोजक अखिलेश कुमार सिंह, रोहतासगढ़ पंचायत के मुखिया नागेंद्र यादव, राजबली सिंह, आदर्श ग्राम पंचायत समहुता के मुखिया रंजीत कुमार पासवान कमता यादव मदन उरांव प्रवीण कुमार, अनुज कुमार, अनिल सिंह आदि ने मौजूद थे.