रोहतास: लापरवाही बरतने पर तीन एमओआईसी व कोचस सीडीपीओ के वेतन पर डीएम ने लगाई रोक, शोकॉज नोटिस भी मिला

फाइल फोटो: डीएम धर्मेंद्र कुमार

रोहतास जिला मुख्यालय सासाराम स्थित कलेक्ट्रेट के संवाद कक्ष में मंगलवार को डीएम धर्मेन्द्र कुमार की अध्यक्षता में कोविड-19 की तीसरी लहर एवं उसके डेल्टा तथा व ओमिक्रॉन वेरिएंट से प्रभावी ढंग से निपटने को लेकर बैठक की गई. डीएम ने दैनिक कोरोना संक्रमितों के आंकड़ों की सटीक डेटा एंट्री का निर्देश डीपीएम को दिया. बैठक में वैक्सीनेशन कार्यक्रम की प्रगति की कोटिवार समीक्षा की गई.

डेहरी अनुमंडलीय अस्पताल स्थित ऑक्सीजन प्लांट को निर्बाध रूप से चलाने के लिए स्थानीय स्तर पर जेनसेट की व्यवस्था सुनिश्चित करने हेतु सिविल सर्जन एवं डीपीएम को निर्देश दिया गया है. वैक्सीनेशन कार्यक्रम की प्रगति की कोटिवार समीक्षा की गई. दूसरा डोज वैक्सीनेशन जिले में 88.5 प्रतिशत व्यक्तियों को दिया गया है. सबसे नीचे प्रखंड बिक्रमगंज 82.87 प्रतिशत, डेहरी 83.36 प्रतिशत, दावथ 83.43 प्रतिशत के एमओआईसी से वैक्सीनेशन की धीमी प्रगति पर कारण का पृच्छा करते हुए उनके वेतन को स्थगित कर दिया गया.

उसी प्रकार 15 से 18 वर्ष के बच्चों के वैक्सीनेशन में पीछे रहे प्रखंड बिक्रमगंज, काराकाट एवं अकोढ़ीगोला के एमओआईसी को निर्देश दिया गया कि सभी प्रधानाध्यापक के साथ बैठक कर लक्ष्य की प्राप्ति करें. हेल्थ केयर वर्कर्स को प्रीकॉशन डोज 24 जनवरी तक शत प्रतिशत लगवाने का निर्देश दिया. अभी तक 47.9 को प्रीकॉशन डोज दिया गया है. उक्त श्रेणी में, डेहरी-17%, कोचस-21%,काराकाट-26% की उपलब्धि के साथ निम्नतम पायदान पर हैं.

समीक्षा बैठक में बिना सूचना के अनुपस्थित रहने पर सीडीपीओ कोचस का वेतन स्थगित करते हुए उनसे कारण पृच्छा की गई. डीपीओ आईसीडीएस को निर्देश दिया गया कि सभी सीडीपीओ के साथ बैठक कर आंगनवाड़ी सेविका व सहायिका को प्रीकॉशन डोज दिया जाए. बैठक में डीडीसी शेखर आनंद, सिविल सर्जन डॉ अखिलेश कुमार, ज़िला प्रतिरक्षण पदाधिकारी के साथ सभी जिलास्तरीय कोविड-19 मोनिटरिंग हेतु बनाये गए नोडल पदाधिकारी मौजूद थे.

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