राजपुर में औचक निरीक्षण के दौरान डीएम ने की कार्रवाई: प्रधानाध्यापक, चिकित्सा प्रभारी व सीडीपीओ को शोकॉज, वेतन पर रोक; बीईओ पर होगी विभागीय कार्रवाई

रोहतास के जिलाधिकारी धर्मेन्द्र कुमार के नेतृत्व में प्रशासनिक अधिकारियों ने बुधवार को राजपुर प्रखंड के सभी पंचायतों में संचालित योजनाओं का जांच किया. जांच में कई अनियमितताएं भी पायी गई. जांच प्रतिवेदन के आधार पर कार्रवाई की जाएगी. जांच के क्रम में कर्तव्य में लापरवाही को लेकर प्रधानाध्यापक, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, सीडीपीओ व सेविका से शो-कॉज करते हुए डीएम ने वेतन निकासी पर रोक लगा दी है.

डीएम द्वारा प्राथमिक कन्या विद्यालय रोतवां, उत्क्रमित मध्य विद्यालय रोतवां एवं उच्च विद्यालय रोतवां की जांच की गई. उच्च विद्यालय रोतवां में उन्नयन स्मार्ट क्लास का संचालन बंद पाया गया. इस संबंध मे प्रभारी प्रधानाध्यापक से स्पष्टीकरण करते हुए उनके वेतन निकासी पर रोक लगाई गई तथा प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के ऊपर विभागीय कार्रवाई हेतु जिला शिक्षा  पदाधिकारी को निर्देश दिया गया.

इसके अलावे डीएम ने रामदासी राजकीय मध्य विद्यालय लाल बिहारी नगर मंगरवलिया का भी निरीक्षण किया. निरीक्षण के क्रम में डीएम ने निर्देश दिया कि जिला अंतर्गत सभी उच्च विद्यालयों में उन्नयन स्मार्ट क्लास के संचालन के लिए नोडल पदाधिकारी नामित करें तथा उनके माध्यम से सभी स्मार्ट क्लासेस का नियमित रूप से संचालन कराना सुनिश्चित करें. विद्यालय निरीक्षण के दौरान डीएम ने खुद विभिन्न कक्षाओं में जाकर बच्चों से सिलेब्स के अनुरूप पढ़ाई की प्रगति के बारे में जानकारी ली. शिक्षकों के नियमित और गुणवत्तापूर्ण कक्षा संचालन संबंधी फीडबैक लिया गया.

डीएम ने बच्चों से उनकी कक्षा के अनुरूप सवाल भी पूछे और उन्हें संबंधित विषयों को भी पढ़ाया. उत्क्रमित मध्य विद्यालय सबेयाँ में निरीक्षण के दौरान डीएम ने बच्चों के साथ ही जमीन पर बैठकर मध्याह्न भोजन भी किया. डीएम ने सामुदायिक स्वच्छता परिसर रोतवां एवं नल जल योजना का भी जांच किया. नल जल योजना को लेकर ग्रामीणों ने डीएम से शिकायत की. इसके बाद डीएम ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र राजपुर का निरीक्षण किया गया.

निरीक्षण के क्रम में पाया गया कि प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी द्वारा अन्य स्थलों पर एनएम एवं जीएनएम की प्रतिनियुक्ति समाप्त नहीं की गई है. इस संबंध में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी से कारण पृच्छा करते हुए उनके वेतन निकासी पर रोक लगाई गई. अधिकारियों के जांच में आंगनवाड़ी केंद्र संख्या 143 पर सेविका अनुपस्थित पाई गई तथा केंद्र पर पंजी संधारित नहीं पाए गए. इस संबंध में डीएम ने सेविका एवं बाल विकास परियोजना पदाधिकारी राजपुर से कारण पृच्छा करते हुए उनके वेतन निकासी पर रोक लगा दिया.

वहीं, पंचायत पड़रिया में जांच के क्रम में पाया गया कि दक्षिण मध्य बिहार ग्रामीण बैंक का ससमय संचालन नहीं किया जा रहा है. इस संबंध में डीएम ने संबंधित प्रभारी अधिकारी को निर्देश दिया गया कि दक्षिण मध्य बिहार ग्रामीण बैंक के राज्य स्तरीय पदाधिकारी को इस आशय की सूचना प्रदान करें. जांच के क्रम में पाया गया कि एक ही विद्यालय से कई शिक्षकों को अन्य स्थलों पर प्रतिनियुक्त किया गया है. इस संबंध में डीएम द्वारा निर्देश दिया गया कि एक विद्यालय से एक से अधिक शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति अन्य स्थलों पर नहीं करें.

जिला कृषि पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि जिलांतर्गत सभी ग्राम पंचायतों में कृषि कार्यालयों के लिए अपना भवन एवं किराए के भवन की सूची उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें तथा सभी ग्राम पंचायतों में कृषि सलाहकार के माध्यम से उनका संचालन भी कराना सुनिश्चित करें. इसके साथ-साथ प्रखंड एवं अंचल कार्यालयों की भी जांच वरीय पदाधिकारी द्वारा की गई. डीपीआरओ ने कहा कि सभी जांच पदाधिकारियों ने शाम में जिला गोपनीय शाखा में जांच प्रतिवेदन उपलब्ध करा दिया है.

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