रोहतास में आगामी त्योहारों को ले डीएम-एसपी ने की बैठक: ताजिया जुलूस के रूट का भौतिक सत्यापन करने का निर्देश, सोशल मीडिया पर खास नजर

रोहतास जिला मुख्यालय सासाराम स्थित समाहरणालय के संवाद कक्ष में डीएम धर्मेन्द्र कुमार व एसपी आशीष भारती द्वारा आगामी मोहर्रम, नागपंचमी, रक्षाबंधन को लेकर शांति समिति की बैठक की गई. जिसमें डीएम-डीएम ने सभी अधिकारियों एवं शांति समिति के सदस्यों को आगामी मुहर्रम पर्व के मद्देनजर विधि व्यवस्था बनाए रखने के बिंदु पर कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए.

डीएम-एसपी ने कहा कि आजकल सौहार्द बिगाड़ने का सबसे बड़ा माध्यम सोशल मीडिया है. इसलिए प्रत्येक क्षेत्र में प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारी सोशल मीडिया पर भी नजर रखेंगे. कोई भी नकारात्मक मैसेज वायरल करने की कोशिश करे तो तुरंत कार्रवाई करें. बैठक में डीएम ने कहा कि ताजिया जुलूस के रास्ते को संबंधित अधिकारी के माध्यम से भौतिक सत्यापन किया जाएगा. इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी.

अनुमंडल पदाधिकारी तथा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि आगामी मुहर्रम पर्व पर विधि व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिस रूट से जुलूस निकलना है, इस रूट का भौतिक सत्यापन सभी थानाध्यक्षों द्वारा अनिवार्य रूप से कर लेना है. डीएम ने निर्देश दिया कि सभी थानों में शांति समिति की बैठक भी अनिवार्य रूप से कर ली जाए. विसर्जन के समय एवं इसके पश्चात भी पैनी नजर बनाए रखना है. साथ ही जबरन चंदा वसूली कहीं न हो यह भी सुनिश्चित कर लें. उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा दंडाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति भी की जाएगा. संवेदनशील स्थलों पर जहां दंडाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की जानी है, उन स्थलों का एसडीओ व एसडीपीओ भ्रमण करेंगे.

एसपी ने कहा कि मुहर्रम के पूर्व मिट्टी लाने के समय भी सतर्कता रखनी है. सभी थानों में शांति समिति की बैठक अनिवार्य रूप से करने को कहा गया. विसर्जन के समय एवं इसके पश्चात भी पैनी नजर बनाए रखना है. साथ ही जबरन चंदा वसूली कहीं न हो, यह सुनिश्चित कर लें. उन्होंने कहा कि बिना लाइसेंस के किसी भी प्रकार का जुलूस नहीं निकाला जाएगा. वाहन चेकिंग भी लगातार करते रहें. कोविड-19 के गाइडलाइंस का अनुपालन भी कराने का निर्देश दिया गया. बताया गया कि कोई भी कार्यक्रम बिना प्रशासन की अनुमति के संपन्न नहीं होगा.

एसपी द्वारा सभी थानाध्यक्ष को निर्देश दिया गया कि असामाजिक तत्वों के विरुद्ध निरोधात्मक कार्रवाई के लिए धारा 107 का प्रस्ताव अविलंब भेज दें. बताया कि पूर्व की घटनाओं से प्रेरणा लेकर हमें आगे की कार्रवाई करनी है. बीडीओ, सीओ एवं एसएचओ आपस में समन्वय स्थापित कर विधि व्यवस्था संधारित करें. निर्देश दिया गया कि सभी सीओ एवं थानाध्यक्ष जुलूस के रूट का भ्रमण कर सत्यापन कर लें. साथ ही एरिया डॉमिनेशन की कार्रवाई भी करने का निर्देश दिया गया है.

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