बिहार सरकार में पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री नीरज कुमार सिंह उर्फ बबलू इको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए कैमूर व रोहतास के चार दिवसीय दौरे पर हैं. गुरुवार को उन्होंने रोहतास वन प्रमंडल के चेनारी वन्य क्षेत्र स्थित दुर्गावती जलाशय एवं गुप्ताधाम मार्ग का निरीक्षण किया. साथ ही डैम के कैमूर इलाके से बोटिंग कर रोहतास इलाके में पहुंचे. इस दौरान उन्होंने कहा कि लोगों का जंगल से जो विवाद रहता है, वो खत्म होगा और इससे लोगों को फायदा होगा. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर वन एवं पर्यावरण विभाग के अधीन आने वाले इको पर्यटन स्थलों का विकास किया जा रहा है. अगर कहीं पर केंद्र के मदद की जरूरत होगी, तो वहां से मदद ली जाएगी.
उन्होंने कहा कि दुर्गावती डैम का विकास ईको पर्यटन के रूप में किया जाएगा. यहां वोटिंग के लिए वाटर बाइक की व्यवस्था की जाएगी. उन्होंने कहा कि प्रयास रहेगा कि जंगल के आसपास बसे लोगों को जंगल का लाभ मिले. वन विभाग को लेकर जो भी समस्या है उसका समाधान करते हुए पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा. मंत्री ने कहा कि गुप्ताधाम जाने की सुविधा को ठीक किया जायेगा, ताकि वहां पर्यटक जा सके. आमजन के सुविधा को ध्यान में रखते हुए वहां पर काम किया जायेगा. उन्होंने कहा कि ईको पर्यटक स्थलों के विकास के लिए लोगों का भी सुझाव लिया जा रहा है.
पत्रकार द्वारा पूछे गए सवाल कि वन्य क्षेत्र में प्राक्कलन बोर्ड क्यों नहीं लगाया गया है के जबाब में मंत्री ने डीएफओ पर नाराजगी जतायी. मंत्री नीरज कुमार सिंह ने कहा कि इसकी जांच कराई जाएगी. मंत्री ने विभागीय पदाधिकारियों से वन सुरक्षा, वन विकास एवं इको पर्यटन से जुड़े मुद्दों पर विचार विमर्श किया. उन्होंने कहा कि रोहतास व कैमूर वन प्रमंडल में अनेकों स्थान हैं, जिनके विकास की पूर्ण संभावनाएं हैं. वन क्षेत्रों एवं उनके सन्निकट पड़ने वाले विभिन्न इको टूरिज्म स्थलों को विकास के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिये गये हैं.
उन्होंने स्थानीय लोगों को रोजगार से जोड़ने पर बल दिया और कहा कि दुर्गावती जलाशय व गुप्ताधाम के आसपास इको टूरिज्म को बढ़ावा देने की काफी संभावनाएं हैं. इस दौरान उनकी पत्नी विधान पार्षद नूतन सिंह भी उनके संग मौजूद रही. इसके अलावे चैनपुर विधानसभा के विधायक सह अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मो. जमा खां, एमएलसी संतोष कुमार सिंह के अलावा कई पार्टी के नेता शामिल थे. मंत्री की सुरक्षा व्यवस्था में वनकर्मी की तैनाती भी देखी गई.