धार्मिक न्यास परिषद के अधीन हुआ रोहतास का गुप्ता धाम, 11 सदस्यीय कमेटी को सौंपी गई जिम्मेवारी; राजकीय स्तर पर श्रावणी मेला का डीएम ने भेजा है प्रस्ताव

रोहतास जिले के चेनारी प्रखंड में कैमूर पहाड़ी के गोद में स्थित प्रसिद्ध गुप्ता धाम में श्रद्धालुओं की बुनियादी सुविधाओं से नहीं जूझना पड़ेगा. श्रद्धालुओं को सारी व्यवस्था अब गुप्ताधाम न्यास समिति कराएगी. आने वाली चढ़ावे से गुप्ताधाम का विकास किया जाएगा. अब गुप्ता धाम को बिहार राज्य धार्मिक न्यास पार्षद ने अपने अधीन ले लिया है. यहां की पूर्व की कमेटी के सारे अधिकार पर रोक लग गई है. न्यास परिषद द्वारा 11 सदस्यीय कमेटी का गठन कर इसके संचालन की जिम्मेवारी भी दे दी गई है.

सदर एसडीएम कमेटी के अध्यक्ष होंगे. रामबचन सिंह उपाध्यक्ष, पंचायत के मुखिया ज्ञानचंद सिंह सचिव, तेजपति सिंह कोषाध्यक्ष व सदस्य पद पर सरपंच डोमन पासवान, गोपाल सिंह, अशोक सिंह, मुखिया मनीष कुमार, छोटेलाल सिंह, बबन सिंह तथा थानाध्यक्ष चेनारी कमेटी के सदस्य होंगे. राजबली सिंह को मंदिर का पुजारी नियुक्त किया गया है. जिनके चार अन्य साधु भी रहेंगे. गुप्ताधाम को धार्मिक न्यास पर्षद से जुड़ने की खबर से स्थानीय लोगों में उत्साह है. लोगों का कहना है कि अति प्राचीन इस धाम का अब विकास हो सकेगा. मंदिर के गर्भगृह में जो चढ़ावा आएंगे, उसे पुजारी अपने साथ रह रहे अन्य साधु-संतों के साथ भोजन आदि की व्यवस्था व गाय की देखरेख आदि पर खर्च करेंगे. न्यास समिति का कार्य मंदिर के गर्भगृह के बाहर की सारी व्यवस्था की होगी.

बिहार राज धार्मिक न्यास पर्षद के अध्यक्ष अखिलेश कुमार जैन द्वारा कमेटी का गठन किया गया है, जिसमें न्यास समिति के सुचारू प्रबंधक के साथ पूजा-अर्चना, राजभोग, अतिथि सेवा आदि समस्त धार्मिक आचरणों का संचालन सुनिश्चित करने, तिमाही बैठक करने सहित 17 निर्देश दिए हैं. मुखिया ने बताया कि पत्र मिला है. काफी दिनों से गुप्ताधाम को बिहार राज्य धार्मिक न्यास से जोड़ने की मांग हो रही थी. बता दें कि कैमूर पहाड़ी की गोद में स्थित गुप्ताधाम में प्रत्येक वर्ष बिहार, झारखंड, यूपी समेत अन्य राज्यों से लाखों श्रद्धालु पूजा-अर्चना के लिए यहां आते हैं. लेकिन सरकार द्वारा कोई व्यवस्था नहीं होने के कारण उन्हें कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है. भक्तों को बुनियादी सुविधा पेयजल, दवा, गुफा में ऑक्सीजन, बिजली, धर्मशाला आदि समस्याओं से जूझना पड़ता है.

बीते सावन माह में गुप्तेश्वर महादेव के दर्शन को रिकॉर्ड 10 लाख से अधिक श्रद्धालुओं की भीड़ जुटी थी. जिसके देखते हुए कुछ दिन पूर्व डीएम धर्मेंद्र कुमार ने गुप्ताधाम में राजकीय स्तर पर श्रावणी मेला का आयोजन का प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजा है. राजकीय मेला घोषित हो जाने पर सुरक्षा के साथ कतार में दर्शन करने की सुविधा विकसित हो जाएगी और धाम का तेजी से विकास होगा. साथ ही वनवासियों के रोजगार सृजन में भी सहायता मिलेगी. यहां जल चढ़ाने के लिए बक्सर से गंगाजल लेकर पैदल भी भक्त पहुंचते है. गुप्ताधाम में अधिकांश श्रद्धालु पथरीली रास्ता से पहुंचते है. हालांकि, वन एवं पर्यावरण विभाग ने चेनारी के बादलगढ़ से सीधे पहाड़ पर वाहन से जाने के लिए रास्ता बनाया है. लेकिन सावन व महाशिवरात्रि में इस पथ पर दो पहिए वाहन एवं पैदल ही इंट्री रहती है.

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