सासाराम में देश की चौथी सबसे ऊंची भगवान शिव की प्रतिमा: सोमनाथ मंदिर व प्रतिमा का कल होगा लोकार्पण, बाबा रामदेव सहित जुटेंगे कई महामंडलेश्वर

सासाराम शहर के पूर्वी छोर पर स्थित पायलट बाबा धाम में भगवान शिव की 111 फीट ऊंची प्रतिमा बनकर तैयार है. यह देश की चौथी सबसे उंची शिव प्रतिमा व बिहार में भगवान शिव की सबसे ऊंची प्रतिमा है. कन्क्रीट के बने इस प्रतिमा के निर्माण में लगभग पांच साल लगे हैं. कुशल मूर्तिकारों की टीम ने इस भव्य प्रतिमा का निर्माण किया है. भगवान शिव की प्रतिमा में उनका त्रिशूल मूर्ति से भी ऊंचा है. इस पर तड़ित चालक लगाया गया है, ताकि आकाशीय बिजली से इस ऊंची प्रतिमा को कोई क्षति नहीं पहुंचे.

बताते हैं कि प्रतिमा का आधार इतना ठोस है कि भूकंप में भी यह सुरक्षित रहेगी. प्रतिमा के सामने नंदी की ऊंची मूर्ति है. पायलट बाबा आश्रम में ही सोमनाथ मंदिर के तर्ज पर एक नए सोमनाथ मंदिर का निर्माण किया गया है. इस भव्य मंदिर में पूर्वोत्तर ज्योतिर्लिंग सोमनाथ महादेव स्थापित है. मंदिर और प्रतिमा का निर्माण महायोगी पायलट बाबा ने कराया गया है. यह अपने निर्माण काल से श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र रहा है. 111 फीट ऊंची भगवान शिव की प्रतिमा और सोमनाथ मंदिर के प्रतीकात्मक स्वरूप में बनाए गए पूर्वोत्तर ज्योर्तिलिंग भव्य मंदिर का लोकापर्ण समारोह देव दीपावली यानि 7 नवंबर को होना है.

लोकार्पण समारोह में योग गुरु स्वामी रामदेव, जूना पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरी, पंचायती अखाड़ा निरंजन आचार्य, महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरी, वरिष्ठ महामंडलेश्वर अर्जुन पूरी, स्वामी चिन्मयानंद सरस्वती एवं अन्य संत मौजूद रहेंगे. इसके अलावे जापान की महामंडलेश्वर माता केको आइकावा भी इस कार्यक्रम में पहुंची है. कार्यक्रम में भाजपा के सांसद व प्रसिद्ध गायक मनोज तिवारी भी शिरकत करेंगे. उद्घाटन के मौके पर वे सात को ही सासाराम पहुंचेंगे तथा अगले दिन भजन संध्या में भाग लेंगे. इसके अलावे केंद्र सरकार के पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट्‌ठ, विश्व हिंदू परिषद के अंतर्राष्ट्रीय महासचिव मिलिंद जी, स्वदेशी जागरण मंच के राष्ट्रीय नेता कमलेश आदि भी इस कार्यक्रम में शिरकत करेंगे.

इस मौके पर भव्य लंगर आयोजित किया गया है. जिसमें संत समागम के दौरान जुटे हजारों लोगों को प्रसाद खिलाने से लेकर उनके ठहरने की व्यवस्था दी गई है. सात नवंबर को देव दीपावली के दिन आयोजित इस संत समागम में जुटे महामंडलेश्वरों और अन्य विद्वानों के प्रवचन भी आंशिक रूप से सुनने को मिलेंगे. यह पूरा कार्यक्रम 24 घंटे के लिए आयोजित है. इस दौरान पांच एकड़ में फैले पायलट धाम को दुल्हन की तरह सजाया गया है. महायोगी पायलट बाबा ने बताया कि यह धाम आने वाले दिनों में सर्व धर्म सद्भाव के रूप में देश विदेश में ख्याति प्राप्त करेगा. इसमें कई विदेशी मेहमानों को भी जिले में पहुंच यहां की संस्कृति, सभ्यता व अतिथि देवो भव के संस्कार से जुड़ने का अवसर मिलेगा.

पायलट बाबा का कहना है कि देश सभी धर्मों में परस्पर प्यार व स्नेह का अद्वितीय रूप है. धाम और यहां पर स्थापित मूर्तियां व चित्र प्रदर्शनी यहां के युवाओं के लिए भी प्रेरणादायी साबित होंगे. इस मंदिर का निर्माण एक ऐसा सुअवसर है जो देश के भविष्य निर्माण व संस्कृतियों के पुनर्जागरण के लिए किया गया है. बता दें कि पायलट बाबा धाम में बिहार की दूसरी सबसे ऊंची बुद्ध प्रतिमा भी मौजूद है, जिसकी ऊंचाई 80 फीट है. इस बुद्ध प्रतिमा का लोकार्पण फरवरी 2018 में सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया था.

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